नई दिल्ली। पाटीदार नेता भूपेंद्र पटेल गुजरात के अगले मुख्यमंत्री होंगे। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) विधायक दल की बैठक में उनके नाम पर मुहर लगाई गई। वह घाटलोडिया सीट से विधायक हैं। विजय रूपाणी ने उनके नाम का प्रस्ताव रखा, जिस पर सभी विधायकों ने सहमति जताई। हालांकि, 55 वर्षीय भूपेंद्र पटेल नाम अटकलों से काफी दूर था। भूपेंद्र पटेल आज शाम राज्यपाल से मुलाकात करेंगे और सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
पटेल अहमदाबाद म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन (एमसी) के पूर्व अध्यक्ष हैं। वह अहमदाबाद अर्बन डिवेलपमेंट अथॉरिटी (एयूडीए) के चेयरमैन भी रह चुके हैं। उन्हें पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटले का कारीबी भी माना जाता है। आनंदीबेन पटले भी घाटलोडिया सीट से चुनाव लड़ती थीं। भूपेंद्र पटेल 2017 में ही पहली बार विधायक बने और पहले ही कार्यकाल में मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं।
मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद भूपेंद्र पटेल ने कहा, ”मैं सबसे पहले माननीय नरेंद्र भाई, नड्डा जी और शाह जी का आभार व्यक्त करता हूं। गुजरात प्रदेश के सभी वरिष्ठ नेताओं का भी तहे दिल से धन्यवाद। मुझ पर जो विश्वास जताया है उसे तोड़े बिना विकास के काम को आगे बढ़ाऊंगा और संगठन के काम को आगे बढ़ाऊंगा।”
भाजपा विधायक दल की बैठक में केंद्रीय पर्यवेक्षक नरेंद्र सिंह तोमर और प्रह्लाद जोशी और पार्टी महासचिव तरुण चुग भी मौजूद रहे। तोमर ने रविवार सुबह भाजपा के गुजरात प्रदेश अध्यक्ष सी आर पाटिल से मुलाकात की थी। रूपाणी (65) ने शनिवार को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अगले साल राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले अचानक इस्तीफे की घोषणा की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के गृह राज्य गुजरात की 182 विधानसभा सीटों के लिए दिसंबर 2022 में चुनाव होने हैं।
रूपाणी (65) कोरोना वायरस महामारी के दौरान भाजपा शासित राज्यों में पद छोड़ने वाले चौथे मुख्यमंत्री हैं। उन्होंने दिसंबर 2017 में मुख्यमंत्री के तौर पर दूसरी पारी के लिए पद की शपथ ली थी। उन्होंने राज्यपाल आचार्य देवव्रत से मुलाकात और उन्हें इस्तीफा पत्र सौंपने के बाद पत्रकारों से कहा, ”मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। मुझे पांच साल तक राज्य की सेवा करने का मौका दिया गया। मैंने राज्य के विकास में योगदान दिया। मेरी पार्टी जो कहेगी, आगे मैं वही करूंगा।” रूपाणी सबसे पहले आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे के बाद सात अगस्त 2016 को गुजरात के मुख्यमंत्री बने थे और वह 2017 विधानसभा चुनावों में भाजपा की जीत के बाद पद पर बने रहे।
धरे रह गए अटकलों वाले नाम
रूपाणी के इस्तीफे के बाद से ही कयास लगाए जा रहे थे कि स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया, उपमुख्यमंत्री नितिन पटेल, केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप, दादर और नागर हवेली व दमन और दीव के प्रशासक प्रफुल खोड़ा पटेल, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशु पालन और डेयरी मंत्री परषोत्तम रूपाला में से किसी को पार्टी मुख्यमंत्री बना सकती है। गुजरात के कृषि मंत्री आरसी फालदू के नामों को लेकर भी कयास लगाए जा रहे हैं।