रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय आने पर वहां कार्यरत आकस्मिक मजदूर मंत्री बादल पत्रलेख और कृषि सचिव अबु बकर सिद्दीख पी से मिले। उन्हें छह सूत्री मांग पत्र सौंपा। इसपर गंभीरता से विचार करते हुए न्याय की गुहार लगाई।
झारखंड कर्मचारी मजदूर संघ के महामंत्री नेयामत अंसारी ने सौंपे मांग पत्र में कहा है कि वर्ष, 2019 में विज्ञापन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद चतुर्थवर्गीय पदों का बहाली स्थगित कर दी गई है। इसका नियुक्ति पत्र निर्गत किये जाने की मांग की है।
विश्वविद्यालय में कार्यरत सभी श्रमिकों को समय पर वेतन देने की गुहार लगाई है। EPF (भविष्य निधि खाता) की त्रुटियों को संशोधन करके मृतक के आश्रितों को उसका लाभ देने की बात कही है।
महामंत्री ने कहा है कि वर्ष 2017-18 में भौतिकी सत्यापन किया गया था। इस दौरान कुछ मजदूरों का नाम छूट गया है। पुनः सत्यापन कराकर उनका नाम 773 मजदूरों में अंकित किया जाए। वर्ष, 2019-20 के बकाया एरियर का भुगतान करने की बात कही है।
केंद्रीय मजदूरी निर्धारण समिति एवं प्रबंध पर्षद के अनुमोदन के आलोक में आकस्मिक श्रमिकों का वर्गीकरण करने और लंबित मजदूरी निर्धारण को लागू करने की मांग की है।