चाईबासा। बुरा काम का बुरा नतीजा… यह बात यहां सटीक बैठ रही है। चाईबासा जिले के मंझारी प्रखंड के एक गांव में चचेरी बहन से अवैध संबंध होने के कारण आरोपी लखन हेंब्रम के परिवार का हुक्का-पानी बंद कर दिया गया है। यह फैसला मंझारी प्रखंड के गांव में ग्रामीण मुंडा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में लिया गया। निर्णय के अनुसार, बहिष्कृत परिवार को गांव से डेढ़ किमी दूर जाकर शौच और दुकानदारी करनी पड़ रही है।
इससे पूरे परिवार को परेशानी हो रही है। वहीं, आरोपी लखन हेंब्रम को 18 सितंबर तक 30000 रुपया दंड देने का फरमान सुनाया गया है। साथ ही कहा गया है कि रकम देने पर घर का रोला आदि खोला जायेगा। फैसला सुनकर आरोपी मौत के डर से कहीं भाग गया है। बता दें, आरोपी लखन हेंब्रम अपने भाईयों से अलग रहकर खाना बनाता था, तो चचेरी बहन भाई का खाना बनाने लगी। इस दौरान दोनों के बीच संबंध स्थापित हो गया और वह गर्भवती हो गई। इसके बाद में युवती के माता-पिता ने ग्राम पंचायत करवा कर इसकी खबर गांव में दी। इसके बाद ग्रामसभा में आरोपी के खिलाफ फैसला सुनाया गया। इसके बाद से आरोपी फरार चल रहा है।
बैठक में निर्णय लिया गया कि साह गोत्र के साथ संबंध बनाने से हो समाज के रीति-रिवाज का उल्लंघन हुआ है, जिसका दंड आरोपी का परिवार सहित युवती के परिवार और आरोपी के चाचा के परिवार के लोगों को भोगना पड़ रहा है। ये लोग गांव की सीमा के अंदर ना तो किसी के खेत में कदम रख सकते हैं और ना ही शौच स्नान और पानी ला सकते हैं। इन बहिष्कृत परिवारों से बातचीत भी बंद कर दी गयी है। ग्रामीणों के फरमान से आरोपी के परिवार ना तो अपने खेतों में जा पा रहे और ना ही सब्जी के खेतों में जा पा रहे हैं और ना ही फसल काट पा रहे हैं, जिससे फसल बर्बाद हो रही है।