तूल पकड़ने लगा स्‍वांग कोलियरी पीओ का मामला, विधायक ने जीएम से की बात

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  • दैनिक भारत 24 में खबर प्रकाशित होने के बाद विधायक ने लिया संज्ञान

प्रशांत अंबष्‍ठ

बोकारो। अंतिम संस्‍कार के लिए सीसीएल स्‍वांग कोलियरी के परियोजना पदाधिकारी के कोयला देने से मना करने का मामला तूल पकड़ने लगा है। आपके अपने न्‍यूज वेब पोर्टल ‘दैनिक भारत 24’ में खबर प्रकाशित होने के बाद गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने इसे गंभीरता से लिया। इस मामले में कथारा के महाप्रबंधक एमके पंजाबी से बात की।

गोमिया विधायक डॉ लंबोदर महतो ने कथारा महाप्रबंधक से स्‍वांग परियोजना पदाधिकारी की शिकायत की। उन्‍होंने कहा कि जब पंचायत प्रतिनिधियों का आग्रह को वह नहीं सुनते हैं, तब आम जनता और विस्थापित ग्रामीणों का क्या सुनते होंगे ‘यह समझ में आता है! स्वांग कोलियरी के पोषक क्षेत्र में रहने वाली हजारी पंचायत, स्‍वांग दक्षिणी और उत्तर पंचायत के ग्रामीणों का अधिकार और हक बनता है कि वह कोलियरी प्रबंध से सहयोग मांग सके। परियोजना पदाधिकारी का इस प्रकार का व्यवहार समाज विरोधी और शर्मनाक है।

पूरी खबर यहां पढ़े : अंतिम संस्‍कार के लिए स्‍वांग पीओ ने नहीं दिया कोयला, आंदोलन की तैयारी में लोग

इस मामले में भाजपा के पूर्व जिला 20 सूत्री के उपाध्यक्ष लक्ष्मण नायक ने परियोजना पदाधिकारी के रवैया पर आपत्ति जताई। सीसीएल प्रबंधन के खिलाफ आवाज बुलंद करने की बात कही। उन्होंने कहा कि यहां के विस्थापित-ग्रामीणों की जमीन स्वांग कोलियरी परियोजना में गई  है। इसलिए यहां के विस्थापितों का ख्याल रखना और उनके दुख सुख में काम आना परियोजना एवं प्रबंधन का दायित्व बनता है। हालांकि इस तरह पंचायत प्रतिनिधियों का आग्रह ठुकरा देना परियोजना पदाधिकारी के अड़ियल रवैया को दर्शाता है। नायक ने कहा कि इस मामले को लेकर जरूरत पड़ने पर परियोजना पदाधिकारी कार्यालय का घेराव करने से भी भाजपा पीछे नहीं हटेगी।

मुखिया संघ की अध्यक्ष रहमनतु निशा ने प्रबंधन के इस रवैया को संवेदनहीन करार दिया। उन्होंने कहा कि सीसीएल पोषक क्षेत्र में रहने वाले लोग उनके परिवार के हैं। उनके दुख सुख में प्रबंधन को सहयोग करना ही चाहिए। स्वांग कोलियरी प्रबंधन द्वारा पंचायत प्रतिनिधि के साथ इस प्रकार का रवैया निंदनीय है। प्रबंधन के खिलाफ आंदोलन होगा।