नई दिल्ली। इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC) देशभर में अपने पाइपलाइन नेटवर्क से तेल चोरी रोकने के लिए ड्रोन की तैनाती दोगुनी कर रहा है। इससे न केवल चोरी रोकने में मदद मिलेगी, बल्कि दुर्घटनाओं से भी बचा जा सकता है।
देश की सबसे बड़ी पेट्रोलियम कंपनी पहले ही टेक्नॉलजी और गश्त के जरिए अपनी 15,000 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन नेटवर्क में किसी तरह के रिसाव की निगरानी करती है। अब कंपनी अपने नेटवर्क की निगरानी के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल कर रही है। 2020-21 में ईंधन चोरी के 34 मामलों को विफल किया गया और 53 लोगों को गिरफ्तार किया गया। पाइपलाइन से किसी तरह की चोरी का प्रयास गंभीर अपराध है। यह गैर-जमानती अपराध है। इसमें दोषी को 10 साल या अधिक की सजा हो सकती है।