नई दिल्ली। हाल ही में विज्ञान और चिकित्सा के जुड़ा एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने लोगों की उम्मीदें चिकित्सा में तो बढ़ा ही दी हैं, साथ ही लोगों को हैरान कर दिया है। चिकित्सा की क्षेत्र में चमत्कार का ये मामला सामने आया है तमिलनाडु के शहर चेन्नई में।
जहां 41 साल का एक शख्स जब मद्रास मेडिकल मिशन से अपनी किडनी का ट्रांसप्लांट करा कर ऑपरेशन थिएटर से बाहर निकला तो उसके शरीर में कुल 5 किडनियां मौजूद थीं। साल 1994 में जब ये शख्स 14 साल का था तब उसकी दोनों किडनी फेल हो गई थीं। तब उसने अपना पहला ट्रांस्प्लांट करवाया, जो 9 साल तक चला। इसके बाद शख्स ने साल 2005 में अपना दूसरा ट्रांस्प्लांट करवाया। ये ट्रांस्प्लांट अगले 12 साल तक चला। जब तीसरी किडनी के ट्रांस्प्लांट की बात सामने आई तो डॉक्टर्स हैरान हो गए कि वो उसे शरीर में फिट कैसे करेंगे। क्योंकि शख्स के शरीर में पहले से ही 4 किडनियां, दो उसकी अपनी, और दो ट्रांस्प्लांट की हुई किडनी थीं। पांचवीं किडनी को फिट करने के लिए डॉक्टरों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ा। उससे बड़ी समस्या किडनी को खून की धमनियों से जोड़ने की थी। डॉक्टरों ने नई किडनी को आंतों के करीब फिट किया और दिल की धमनियों से उसे जोड़ दिया।
डॉक्टरों ने कहा कि पहले से मौजूद चार किडनियों को इसलिए नहीं निकाला गया क्योंकि अगर उन्हें निकाल दिया जाता तो अधिक खून बहता जिसके कारण मरीज का ब्लड ट्रांस्फ्यूजन करना पड़ता। यानी उसके शरीर में नया खून डालना पड़ता जो नई किडनी नही अपनाती। मामला अपने में पहला है और चमत्कार की तरह है। डॉक्टरों ने कहा है कि वो कुछ और महीने मरीज की कंडीशन को देखेंगे। ये सुनिश्चित करने के लिए कि उनका इम्यून सिस्टम ठीक से काम कर रहा है या नहीं।