रांची। बिरसा कृषि विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना सेल द्वारा एडवाईजरी समिति की अर्द्धवार्षिक बैठक प्रबंध पर्षद कक्ष में आयोजित की गयी। इसकी अध्यक्षता कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह ने की। कुलपति ने कृषि, वानिकी एवं पशु चिकित्सा के अधीन संचालित सभी महाविद्यालयों में आईसीएआर एवं वीसीआई के निर्देश के अनुरूप छात्रों को नॉन क्रेडिट के तहत एनएसएस को कोर्स से प्रभावी रूप से जोड़ने को कहा। शैक्षणिक गतिविधियों के साथ छात्रों में सेवा भावना के प्रति जागरुकता एवं जोड़ने के दिशा में कार्य करने पर बल दिया।
मौके पर आईसीएआर एवं वीसीआई मार्गदर्शिका के अनुरूप कृषि, वानिकी, पशु चिकित्सा एवं उद्यान महाविद्यालयों के चार वर्षीय पाठ्यक्रम के अधीन छात्रों को दो वर्षो में 240 घंटे तक एनएसएस वालंटियर कार्य के तहत नॉन क्रेडिट कोर्स से जोड़ने की स्वीकृति प्रदान की गई। फिशरीज साइंस एवं एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कॉलेज के छात्रों को भी एनएसएस वालंटियर कार्य से जोड़ने का निर्देश दिया गया।
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विवि की एनएसएस वार्षिक कार्य योजना के कुल 23 कार्यक्रमों के आयोजन, विवि स्तर पर उत्कृष्ट कार्य के लिए तीन छात्रों को पुरस्कृत करने, विभिन्न मदों में व्यय और सभी 10 महाविद्यालयों को एनएसएस मद में राशि के आवंटन की स्वीकृति प्रदान की गई।
बैठक में युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय (भारत सरकार), पटना के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे और स्टेट एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने भी विवि में एनएसएस कोर्स के प्रभावी संचालन के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिये। बीएयू के एनएसएस प्रोग्राम को-ऑर्डिनेटर डॉ बीके झा ने स्वागत करते हुए पिछले वर्ष की उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। धन्यवाद प्रोग्राम ऑफिसर डॉ प्रवीण कुमार ने किया।
बैठक में डॉ एमएस यादव, डॉ सुशील प्रसाद, डॉ एमएस मल्लिक, डॉ एसके पाल, डॉ डीके शाही, डॉ एके पांडे, डॉ एनतन एक्का, डॉ आरपी मांझी, डॉ जय कुमार, डॉ उत्तम कुमार, एसएन भट्ट, अशोक कुमार, अजय कुमार खाखा एवं विजय भरत भी मौजूद थे।