पटना। बिहार में बढ़ती बेरोजगारी का फायदा जालसाज उठा रहे हैं। ऐसा ही एक मामला सामने आया है। विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर एक कंपनी ने 300 बेरोजगारों से लाखों रुपये की ठगी की, उसके बाद कंपनी फरार हो गई।
इसे लेकर नियोजन भवन स्थित प्रोटेक्टर ऑफ इमिग्रेंट बिहार-झारखंड के रितेश राज ने कोतवाली थाने में जीवीएम मैनपावर कंपनी के डायरेक्टर समेत अन्य सहकर्मियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया है। ठगी का शिकार होने वाले ज्यादातर युवक बिहार और यूपी के हैं। जीवीएम मैनपावर कंपनी फ्रेजर रोड के डुमरांव पैलेस में है। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस फ्रॉड कंपनी के ऑफिस पहुंची, तो वहां ताला लटका मिला।
ठगी के शिकार युवकों ने बताया कि एक युवक से 15 से 20 हजार रुपये लिए गए थे। कंपनी ने उन लोगों का पासपोर्ट भी रख लिया। कंपनी ने वादा किया था कि वीजा बनवाकर उनलोगों को विदेशों में नौकरी लगवा देगा, लेकिन अब तक न वीजा मिला और न पैसा, तो युवकों ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस के जांच में पता चला है कि जालसाज गिरोह का मास्टरमाइंड दिल्ली में बैठा है। यहां उसने अपना दफ्तर खोल दिया था और लोगों को ठगी करने के लिए नौकरी पर रखा था।
पुलिस मामले की छानबीन में जुट गई है। जिस खाते पर यूपी और बिहार के युवकों ने पैसा भेजा है, उस खाते को भी खंगाला जा रहा है। ऐसे तीन बैंक खाते की जानकारी पुलिस को मिली है।