जेआरडी टाटा की जयंती पर टीएसएएफ स्पोर्ट क्लाइंबिंग एकेडमी का शुभारंभ

झारखंड
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जमशेदपुर। टाटा स्टील ने जेआरडी टाटा की 117वीं जयंती पर टीएसएएफ (टाटा स्टील एडवेंचर फाउंडेशन) स्पोर्ट क्लाइंबिंग एकेडमी का उद्घाटन किया। टाटा स्टील कॉर्पोरेट सर्विसेज के वाईस प्रेसिडेंट चाणक्य चौधरी ने 29 जुलाई चुनिंदा अतिथियों की मौजूदगी के बीच एकेडमी का उद्घाटन किया। एकेडमी जेआरडी टाटा स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के अंदर स्थित है। भारत में पहली आवासीय स्पोर्ट्स क्लाइंबिंग एकेडमी है। एकेडमी का उद्देश्य एथलीटों को पेशेवर प्रशिक्षण और सहायता प्रदान कर उन्हें अपने सपनों को हासिल करने में उनकी मदद करना है और सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय गंतव्य ‘स्पोर्ट क्लाइंबिंग के ओलंपिक पोडियम’ तक पहुंचने में उनकी मदद कर देश को गौरवांवित करना है।

स्पोर्ट क्लाइंबिंग रॉक क्लाइंबिंग का एक विस्तारित प्रारूप है। दुनिया के सभी महाद्वीपों में एक लोकप्रिय खेल है। इसने पहली बार टोक्यो 2021 ओलंपिक में पदार्पण किया है। हालांकि वर्तमान में जारी ओलंपिक गेम्स में कोई भारतीय एथलीट नहीं है। फिर भी टीएसएएफ को उम्मीद है कि ओलंपिक 2024/2028 में इसकी एकेडमी से एथलीट वहां प्रतिस्पर्धा के लिए मौजूद होंगे।

भारत में खेलों को प्रोत्साहित करने और बढ़ावा देने की बात आती है, तो टाटा समूह हमेशा अग्रणी रहा है। जेआरडी टाटा के सहयोग से भारत में पहली क्लाइंबिंग वॉल नई दिल्ली में स्थापित की गई थी। टीएसएएफ उस यात्रा पर आगे बढ़ रहा है। अगले 2 से 3 वर्षों में पूरे देश से 30 एथलीट, लड़के और लड़कियों दोनों को एकेडमी में लाने का इसका लक्ष्य है। एकेडमी नामांकित एथलीटों की वर्तमान संख्या 12 है, जिनमें से अधिकांश पहले से ही देश में सर्वश्रेष्ठ हैं। लड़कियों की श्रेणी में स्पीड क्लाइंबिंग में राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक भी टीएसएएफ स्पोर्ट क्लाइंबिंग एकेडमी से ही है।

एथलीटों को पेशेवर प्रशिक्षण सहायता, आवास, शिक्षा, भोजन, परामर्श, अंतर्राष्ट्रीय प्रशिक्षण के लिए यात्रा, सहायक उपकरण और आधारभूत संरचनाएं समेत अन्य सभी चीजों तक पहुंच होगी, जो उनके लिए अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और दुनिया में सर्वश्रेष्ठ के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करने के लिए आवश्यक हैं। एकेडमी की सोच इसे दुनिया की सबसे बेहतरीन प्रशिक्षण सुविधा और पारिस्थितिकी तंत्र बनाना है।

टीएसएएफ ने खेल की पहुंच और जागरुकता बढ़ाने के लिए जमशेदपुर के आसपास के ग्रामीण स्कूलों में 5 मॉड्यूलर क्लाइंबिंग वॉल स्थापित की हैं। टीएसएएफ ने 2015 में स्पोर्ट क्लाइंबिंग को विकसित करना शुरू किया था। इसके अथक प्रयासों के परिणामस्वरूप 2019 में ईस्ट ज़ोन ने राष्ट्रीय ट्रॉफी जीती। यह 25 वर्षों के इतिहास में पहली बार टीएसएएफ के कैडेटों ने जीत के 91 प्रतिशत अंक हासिल किए।

टीएसएएफ ट्रेनिंग सेंटर के कैडेट भारत में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले एथलीटों में से हैं। महिला वर्ग में स्पीड क्लाइंबिंग में अनीशा वर्मा वर्तमान राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक हैं। अमन वर्मा कुछ साल पहले वर्ल्ड यूथ चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले भारत के पहले क्लाइंबर बने। टीएसएएफ के कैडेटों ने राष्ट्रीय स्तर पर 20 पदक और जोनल और राज्य स्तर पर 50 से अधिक पदक जीते हैं।