
नई दिल्ली। IIT दिल्ली की वैज्ञानिक महिला टीम ने प्रोफेसर अर्चना चुग के निर्देशन में आंखों के संक्रमण से लड़ने के लिए एंटी फंगल स्ट्रैटेजी दवा के रूप में विकसित की है।
कोरोना की दूसरी लहर में कोविड से ठीक हो चुके लोगों को तरह-तरह के आंखों के संक्रमण हुए जिसमें कई लोगों की जान भी चली गई और कई लोगों की आंखें निकालनी पड़ी। वहीं खेतों पर काम करने खेतों में काम करने के दौरान अक्सर पत्तों से आंखों पर हल्की चोट लग जाती है। कई बार आंखों में धूल चले जाने पर रगड़ होती है।
इससे फंगल केराटाइसिस हो जाता हैं। इन सबको ध्यान में रखते हुए ये दवा ईजाद की गई है। IIT दिल्ली के कुसुम स्कूल आफ बायोलाजिकल साइंस की प्रोफेसर अर्चना चुग ने बताया कि नैनोटेक्नोलाजी का प्रयोग कर लैब में एक पेप्टाइड तैयार किया गया। पेप्टाइड प्रोटीन का ही हिस्सा होता है। इसे नटामाइसिन के साथ मिलाया गया।
इसकी खासियत है कि यह कोशिकाओं के अंदर खुद तो जाता ही है साथ में मालिक्यूल्स भी लेकर जाता है। विज्ञानियों ने इसे खरगोश और चूहे पर प्रयोग किया। परिणाम आश्चर्यजनक थे, नटामाइसिन को अकेले प्रयोग करने के मुकाबले पेप्टाइड के साथ प्रयोग करने पर प्रभाविकता पांच गुना बढ़ गई।