इंजेक्शन की जगह टैबलेट और इनहेलर से वैक्सीन देने की चल रही तैयारी, जानें खास बातें

देश सेहत
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नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए लोगों को इंजेक्शन के जरिए वैक्सीन दी जा रही है, लेकिन भविष्य में टैबलेट और इनहेलर के रूप में भी लोगों को वैक्सीन मिल सकती है।

बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक, स्वीडन के सबसे बड़े साइंस पार्क ने इन्जेमो एंडरसन के नेतृत्व में इस पर काम करना शुरू कर दिया है। वो प्लास्टिक का एक ऐसा स्लिम इनहेलर बना रही हैं जिसका साइज माचिस के डिब्बी से भी आधा है। एंडरसन और उनकी टीम को उम्मीद है कि ये छोटा सा इनहेलर कोरोना से जंग पूरी दुनिया के लिए एक मजबूत हथियार की तरह काम करेगा।

इस इनहेलर के जरिए लोग वैक्सीन को एक पाउडर वर्जन में अपने घर ला सकेंगे। Iconovo नाम की एक कंपनी ने स्टॉकहोम में एक इम्यूनोलॉजी रिसर्च स्टार्टअप ISR के साथ एक समझौता किया है, जिसने कोविड-19 के खिलाफ ड्राई-पाउडर वैक्सीन विकसित की है। इस वैक्सीन को 40 डिग्री तापमान में भी रखा जा सकता है। लिक्विड फॉर्म वैक्सीन को -70 डिग्री सेल्सियस के तापमान में रखना पड़ता है।

ISR के फाउंडर और कोरोलिंका इंस्टिट्यूट में इम्यूनोलॉजी के प्रोफेसर ओला विंकिस्ट कहते हैं कि ‘कोल्ड चेन’ की मदद लिए बगैर वैक्सीन का आसान डिस्ट्रिब्यूशन बड़ा गेम चेंजर साबित हो सकता है। एक और खास बात ये कि इसे हेल्थकेयर प्रोवाइडर्स की मदद लिए बिना ही लोगों को दिया जा सकता है।