कोविड के दौरान किये जागरुकता कार्यक्रम के अनुभव कल साझा करेंगे एनएसएस स्‍वयंसेवक

झारखंड
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  • स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री बन्‍ना गुप्‍ता, रांची विवि की कुलपति डॉ कामिनी कुमार रहेंगे मौजूद
  • 24 जिलों के विभिन्न विश्वविद्यालयों से एक-एक एनएसएस स्वयंसेवक का चयन

रांची। झारखंड एनएसएस के स्वयंसेवक कोविड-19 माहमारी के दौरान किये गए जागरुकता कार्यक्रम के बारे में अपने अनुभव ऑनलाइन साझा करेंगे। कार्यक्रम का आयोजन रांची विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई के तत्‍वावधान में 7 जुलाई को 11.30 बजे से किया गया है। इसकी अध्‍यक्षता रांची विश्वविद्यालय की कुलपति डॉ कामिनी कुमार करेगी। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और विशिष्ट अतिथि भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग के संयुक्त सचिव असित सिंह होंगे।

रांची विश्वविद्यालय के एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक सह राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम की तैयारी हो गई है। झारखंड के 24 जिलों के विभिन्न विश्वविद्यालयों से एक-एक एनएसएस स्वयंसेवक का चयन किया गया है। कुल 25 स्वयंसेवक अपना अनुभव साझा करेंगे। सभी के कार्यों का एक सामूहिक वीडियो भी बनाया गया है। उसे कार्यक्रम में दिखाया जाएगा। उन्होंने बताया कि कोविड वैश्विक माहमारी के दौरान एनएसएस के स्वयंसेवक एवं कार्यक्रम पदाधिकारियों ने कई सराहनीय कार्य किये हैं। कार्यक्रम के बाद मंत्री, कई पदाधिकारियों का सुझाव प्राप्त होगा। इसके आधार पर कोविड-19 माहमारी की तीसरी लहर को ध्यान में रखते हुए ठोस रणनीति बनाई जाएगी।

ऑनलाइन कार्यक्रम जूम लिंक से आयोजित किया गया है। इसमें रांची विश्वविद्यालय के साथ सिदो-कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय (दुमका), कोल्हान विश्वविद्यालय (चाईबासा), विनोबा भावे विश्वविद्यालय (हजारीबाग), विनोद बिहारी महतो कोयलांचल विश्वविद्यालय (धनबाद), डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी विश्वविद्यालय (रांची), नीलाम्बर-पीताम्बर विश्वविद्यालय, (मेदिनीनगर), झारखंड केंद्रीय विश्वविद्यालय (रांची), बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (रांची), बीआईटी मेसरा, आरका जैन विश्वविद्यालय (जमशेदपुर), सरला बिड़ला विश्वविद्यालय (रांची), झारखंड राय विश्वविद्यालय (रांची) आदि के पंजीकृत 450 स्वयंसेवक, कार्यक्रम पदाधिकारी, सभी विश्वविद्यालयों के कार्यक्रम समन्वयक, नोडल पदाधिकारी आदि शामिल होंगे।