- सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, झारखंड के तत्वावधान में ‘टोक्यो ओलंपिक में भारत की भागीदारी’ विषय पर वेबिनार
रांची। पीआईबी-आरओबी रांची के अपर महानिदेशक अरिमर्दन सिंह ने कहा कि उम्मीद है कि देश के एथलीट्स इस वर्ष पहले से काफी अच्छा प्रदर्शन करेंगे। हमारी मेडल टैली भी सुधरेगी। अगर हम देखे तो झारखंड से भी तीरंदाजी और हॉकी में कई महिला एथलीट्स भारत का प्रतिनिधित्व कर रही हैं, जिनका शामिल होना बहुत ही उत्साहवर्धक है। उम्मीद है यह सभी एथलीट्स टोक्यो में देश के साथ राज्य का भी नाम रोशन करेंगे। वे मंगलवार को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के प्रेस इनफॉर्मेशन ब्यूरो, रीजनल आउटरीच ब्यूरो रांची और फील्ड आउटरीच ब्यूरो गुमला के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित वेबिनार में बोल रहे थे। इसका विषय ‘टोक्यो ओलंपिक में भारत की भागीदारी’ था।
वेबिनार के आरंभ में क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्रीमती महविश रहमान ने कहा ओलंपिक के इतिहास में भारत ने अब तक 28 मेडल अपने नाम किए हैं। इसमें नौ गोल्ड, सात सिल्वर और 12 कांस्य मेडल शामिल हैं। खिलाड़ी इस बार नए जोश और जज्बे के साथ मैदान में उतरने की तैयारी कर रहे हैं। हम उन्हें #Cheer4India #OlympicskiAasha से प्रोत्साहित कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछली ‘मन की बात’ में सबसे पहले ओलंपिक की ही बात की। उन्होंने इसके लिए एक क्विज का भी ऐलान किया।
अतिथि वक्ता झारखंड हॉकी के प्रेसिडेंट भोला नाथ सिंह ने कहा कि टोक्यो में 122 सदस्यीय टीम हिस्सा ले रही है। अभी तक का ओलंपिक में हिस्सा लेने वाला सबसे बड़ा भारतीय दल होगा। इस टीम में अधिकतर खिलाड़ी ऐसे हैं, जिनका ओलंपिक से पहले प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। वह पदक जीतने के अच्छे दावेदार हैं। भारतीय पुरुष एवं महिला हॉकी टीम का भी बेहतर प्रदर्शन होने वाला है। टीम का रिजल्ट चौंकाने वाला हो सकता है। कुश्ती में तीन से चार मेडल तो पक्के लग रहे हैं। उन्होंने सभी देशवासियों से अनुरोध किया कि सभी खिलाड़ियों का प्रोत्साहन करें।
वरिष्ठ वक्ता आईपीसीए की जनरल सेक्रेटरी श्रीमती सरोजिनी लकड़ा ने कहा कि कोविड-19 ने इस बार टोक्यो में ओलंपिक के आयोजन में काफी कठिनाइयां पेश की है। यहां तक कि इसे 1 साल के लिए स्थगित भी किया गया। हालांकि यह सभी के हित में था। इस बार हॉकी टीम से काफी उम्मीदें हैं। खासकर निक्की प्रधान से बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद की जा रही है जिनका यह दूसरा ओलंपिक होगा। चूंकि ओलंपिक के पीछे खेल भावना सबसे महत्वपूर्ण होती है इसलिए मैं भारत तथा सभी भाग लेने वाले एथलीट से चाहूंगी कि वह स्पोर्ट्समैन स्पिरिट के तहत कंपीट करें। अपना बेस्ट दें।
इस वक्त खिलाड़ियों को कोच, अभिभावक और समाज का पूरा सपोर्ट मिलना बहुत ही जरूरी है। तभी वह मेडल जीत सकेंगे। सरकार का भी सपोर्ट अति-आवश्यक होता है, जिससे खिलाड़ियों का मनोबल बढ़ता है। हालांकि इस बार सभी खिलाड़ियों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना है और सुरक्षित तरीके से भाग लेते हुए मेडल जीतने का प्रयास करना है। चैंपियन बनने के लिए शरीर, दिमाग तथा इच्छाशक्ति का एक रूप होना अति आवश्यक है इसी से लोग स्पोर्ट्स के साथ-साथ समाज में भी चैंपियन साबित होते हैं।
वेबिनार में जुड़ने वाले सभी प्रतिभागियों को ई प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। वेबिनार का समन्वय एवं संचालन क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी श्रीमती महविश रहमान ने किया और ओंकार नाथ पाण्डेय ने सहयोग दिया। वेबिनार में विशेषज्ञों के अलावा खिलाड़ी, खेल प्रेमी, शोधार्थी, छात्र, पीआईबी, आरओबी, एफओबी, दूरदर्शन एवं आकाशवाणी के अधिकारी-कर्मचारियों तथा दूसरे राज्यों के अधिकारी-कर्मचारियों ने भी हिस्सा लिया। गीत एवं नाटक विभाग के अंतर्गत कलाकार एवं सदस्य, आकाशवाणी के पीटीसी, दूरदर्शन के स्ट्रिंगर तथा संपादक और पत्रकार भी शामिल हुए।