नई दिल्ली। आईओएस, आईपैड ओएस और मैक ओएस के कुछ वर्जनों में मेमोरी संबंधी गड़बडि़यों के चलते हो एप्पल की कुछ चुनिंदा डिवाइसों की हैकिंग होने की आशंका जताई गई है.
साइबर सुरक्षा के लिए देश की नोडल एजेंसी इंडियन कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम (सीईआरटी-इन) ने ऐप्पल की चुनिंदा डिवाइसों पर संभावित फिशिंग हमले को लेकर एक चेतावनी जारी की है. इन डिवाइसों में आईफोन के कुछ मॉडल, आईपैड और यहां तक कि मैक ओएस पर चलने वाली एप्पल के कंप्यूटर व डिवाइसेज भी शामिल हैं.एजेंसी द्वारा ‘हाई’ रेटिंग यानी ज्यादा गंभीरता वाली एक चेतावनी जारी की गई है. एजेंसी ने खुलासा किया है कि एप्प्ल मैक ओएस के 11.5.1 से पहले के संस्करणों में और एप्पल आईओएस व आईपैड ओएस के 14.7.1 से पहले के संस्करणों में मेमोरी संबंधी गड़बड़ी की आशंका है सीईआरटी-इन के एक बयान में इस बात की पुष्टि की गई है कि अपर्याप्त मेमोरी हैंडलिंग के साथ मेमोरी संबंधी गड़बड़ी के कारण ऐप्पल के आईओएस और आईपैड ओएस में गड़बड़ी की आशंका है.
चेतावनी में कहा गया है कि कर्नेल प्रिविलेज से युक्त साइबर हमलावर गड़बड़ी फैलाने के लिए तैयार किए गए एप्लिकेशन के जरिये इस खामी का फायदा उठा कर इन डिवाइसों को नुकसान पहुंचा सकता है या हैक भी कर सकता है. एजेंसी ने डिवाइसेज के उपयोगकर्ताओं को नवीनतम पैच को को इस्तेमाल कर ओएस अपडेट करने की विशेष चेतावनी भी जारी की है.
एप्पल ने भी इस खामी का फायदा उठाए जा सकने की संभावना को स्वीकार किया है . कंपनी के मुताबिक मेमोरी से जुड़ी गड़बड़ी की समस्या पाई गई है और बेहतर मेमोरी हैंडलिंग के साथ इसका समाधान किया गया है. हालांकि इसके बावजूद कर्नेल प्रिविलेज के साथ डिवाइस में गड़बड़ी पैदा किए जाने की आशंका पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है.