नई दिल्ली। संभव है पांच साल बाद देश में हींग आयात न करनी पड़े। भारत में पहली बार इसकी खेती शुरू हुई है। अब तक हींग आयात होती आई है।
पहली बार वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) की तकनीक के जरिए ईरान-अफगानिस्तान से आयात किए गए बीज से हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग जगहों पर इसकी खेती शुरू की गई है। CSIR इसकी हाइब्रिड वैरायटी भी बना रहा है। हींग के करीब 25 हजार पौधे लगाए गए हैं हिमाचल स्थित केलांग के पास लाहौल और अन्य इलाके में। हींग की पहली पैदावार में करीब 5 साल का वक्त लग जाता है।
इंस्टीट्यूट ऑफ हिमालयन बायो रीसोर्स टेक्नोलॉजी के निदेशक डॉ. संजय कुमार के मुताबिक, जलवायु की स्टडी के बाद अनेक देशों ने कहा कि हम भी हींग उगा सकते हैं। हींग के बीज ईरान और अफगानिस्तान से लाए गए हैं। अब CSIR पालमपुर की लैब में खुद से हींग के पौधे भी तैयार कर रही है।