मर्चेंट नेवी में नौकरी के नाम पर 400 दिन की जेल, अब ईरान से वतन वापसी की गुहार लगा रहा छपरा का प्रणव

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पटना। बिहार के छपरा जिला के रहने वाले प्रणव समेत भारत के पांच युवक ईरान में फंसे हुए हैं। ये सभी सोशल मीडिया के जरिए भारत सरकार से मदद की गुहार लगा रहे हैं।

सभी युवक एक एजेंट के माध्यम से नौकरी करने ईरान गए थे, लेकिन वहां ड्रग्स तस्करी के झूठे केस में उन्हें फंसा दिया गया। जेल की सजा काटने के बाद जब कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया, तब उन्हें कोई कागजात नहीं दिया गया। जिसके कारण वे अपने देश वापस नहीं लौट पा रहे हैं।

छपरा के गरखा प्रखंड का प्रणव जो एक एजेंट के माध्यम से नौकरी करने ईरान गया था, उसके साथ उसके चार साथी भी शामिल थे, जो अलग-अलग राज्यों के थे। सब ने कोर्ट में अपनी बेगुनाही साबित की, लेकिन अभी तक उनके वतन वापसी का रास्ता साफ नहीं हुआ, क्योंकि उनके सभी वैध कागजात सरकार और एजेंटों के कब्जे में है, जो उन्हें नहीं मिल रहा।

बिना वैध दस्तावेज और बिना रुपये, पैसे के इन लोगोंं की हालात वहां बहुत ही खराब है। इन लोगों ने भारतीय दूतावास से मदद मांगी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हारकर इन लोगों ने देश के प्रधानमंत्री मोदी को सम्बोधित करते हुए एक 3 मिनट 17 सेकेंड का वीडियो जारी किया, जिसमें इन्‍होंने पूरी घटना बताते हुए अपने साथ हुई धोखाधड़ी की बात कही है। अपने बच्चे के साथ इतनी बड़ी धोखाधड़ी होने के बाद और महीनों तक उसकी खोज खबर नहीं मिलने से प्रणव के घर में काफी सन्नाटा है।

उसके गरखा के साधपुर जोरनीपुर स्थित पैतृक घर पर उसके बड़े पिताजी की आंखें अपने प्रणव की बात कहते कहते डबडबा जाती हैं। वो चाहते हैं कि सरकार जल्द से जल्द उनके बच्चे को सकुशल वापस लाने का जतन करे।