महोबा में शादी में दुल्हन ने सबकों चौंका दिया। फेरे की रस्म के दौरान वर और वधु छह फेरे ले चुके थे, दुल्हन ने सातवां फेरा लेने से इनकार कर दिया। जब दुल्हन से इसकी वजह पूछी गई तो उसने कह दिया मुझे दूल्हा पसंद नहीं है, इसलिए शादी नहीं करूंगी।
इसको लेकर पंचायत बैठी और आखिरकार दूल्हे को बारात बैरंग लेकर लौटनी पड़ी। गुरुवार को झांसी के कुलपहाड़ तहसील स्थित मुढ़ारी गांव से बारात महोबा आई थी। जयमाल की रस्म अदायगी भी सकुशल निपटी। जब मंत्रोच्चार के बीच दूल्हा-दुल्हन अग्नि के फेरे ले रहे थे। छह फेरे पूरे हो चुके थे, तभी सातवें फेरे में दुल्हन रुक गई। परिजनों ने दुल्हन से पूछा कि क्या हो गया, इस पर दुल्हन ने जवाब दिया कि मैं शादी नहीं करूंगी और गांठ खोलकर अपने कमरे में चली गई। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था। दोनों पक्ष के लोग दुल्हन को कई घंटे तक समझाते रहे, लेकिन उसने बात नहीं मानी।
आधी रात को गांव के पूर्व प्रधान उमाशंकर मिश्रा के घर पर पंचायत शुरू हुई। पंचायत ने भी दुल्हन को समझाने का प्रयास किया। लेकिन ना मानने पर भारी मन से दोनों पक्षों ने समझौता किया और बारात बैरंग लौट गई।