नालंदा। अब सोशल मीडिया काम का कम और अफवाह फैलाने का ज्यादा कारगर माध्यम बनता जा रहा है। जो अक्सर घातक भी सिद्ध होता है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा से एक वृद्ध महिला का वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वृद्ध महिला अपनी पोती के साथ शौचालय में नजर आ रही है।
ऐसे में जब ये वीडियो तेजी से वायरल होने लगा, तो प्रशासन हरकत में आया और जांच-पड़ताल करने निकल गया। प्रशासन को पड़ताल के दौरान पता लगा कि ये वीडियो फर्जी है और महिला शौचालय के बगल में एक झोपड़ी में रहती है।
पड़ताल के दौरान पता चला कि वृद्ध महिला का नाम कौशल्या देवी है और वह नालंदा की मकरौता पंचायत के दिरीपर गांव के वार्ड नंबर 3 की रहने वाली हैं। महिला को वृद्धावस्था पेंशन और सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज भी मिलता है।
उधर बिहार सरकार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा ने भी इस वायरल वीडियो को फर्जी बताया। उन्होंने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल करके अफवाह फैलाई जा रही थी कि एक बुजुर्ग महिला अपनी पोती के साथ शौचालय में रह रही है।
मंत्री ने कहा कि कौशल्या देवी की एक पोती के अलावा परिवार का कोई अन्य सदस्य साथ में नहीं रहता है। महिला को वृद्धावस्था पेंशन और सार्वजनिक वितरण प्रणाली का अनाज भी मिलता है। साथ ही वृद्धा को भोजन की समस्या नहीं है।
जिला प्रशासन की ओर से महिला की झोपड़ी बनायी जाएगी और उससे लगती गली को भी पक्का करवाया जाएगा। साथ ही उन्होंने बताया कि वृद्धा कौशल्या देवी के तीन बेटे हैं।
तीसरे बेटे रामधीन प्रसाद ने बताया कि वे बहुत गरीब हैं और पैर से लाचार भी। उन्होंने बताया कि वे हिलसा में कस्तूरबा विद्यालय के समीप साइकिल मरम्मत की दुकान चलाते हैं। प्रसाद ने अपनी मां को अपने साथ रहने के लिए कहा, लेकिन उन्होंने साथ रहने से इनकार कर दिया।