लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों को कोरोना व आंशिक लॉकडाउन से राहत मिल गई है। यहां सभी जिलों से कोरोना कर्फ्यू हटा दिया गया है। बुधवार से निर्धारित नियमों का पालन करते हुए बाजार खोलने व अन्य गतिविधियों के लिए अनुमति मिल जाएगी। हालांकि पूरे प्रदेश में रात्रि व सप्ताहांत कर्फ्यू पहले की तरह जारी रहेगा।
मंगलवार को समीक्षा बैठक में लॉकडाउन हटाने का यह फैसला मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया है। इसके साथ ही उन्होंने कोरोना से बचाव व इलाज की व्यवस्थाओं को मजबूत करने के निर्देश दिए हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि सभी के सहयोग से कोरोना को हराने में सफलता मिली है।
प्रदेश के तीन जिलों मेरठ, गोरखपुर व लखनऊ में सक्रिय कोरोना केस 600 से कम होने के बाद शासन ने प्रदेश के सभी जिलों को कर्फ्यू से राहत दे दी है। अब सिर्फ शाम 07 से सुबह 07 बजे तक नाइट कर्फ्यू जारी रहेगी। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा देश में दीपावली तक राशन निशुल्क राशन दिए जाने के निर्णय के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि उप्र सरकार कोई नई गाइडलाइन जारी कर सकती है।
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि प्रदेश में 24 घंटे में कुल सक्रिय मरीजों की संख्या 727 दर्ज हुई है। 02 हजार, 226 मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। 4 लाख, 57 हजार, 85 लोगों को वैक्सीन लगाई गई। जबकि अभी तक कुल 2 करोड़, 07 लाख, 11 हजार, 683 लोगों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 14 हजार 67 कोरोना के सक्रिय केस हैं। यहां रिवकरी रेट 97.9 प्रतिशत और पॉजिटिविटी दर 3.3 प्रतिशत दर्ज हुई है। उन्होंने बताया कि 24 घंटे में 2 लाख, 84 हजार, 911 नागरिकों का टेस्ट हुआ है। वहीं, अब तक 5 करोड़ 19 लाख 08 हजार 115 लोगों के टेस्ट हो चुके हैं।
उल्लेखनीय है कि प्रदेश में 30 अप्रैल को पहली बार आंशिक कर्फ्यू लगा, जो 03 मई तक के लिए लागू किया गया था। हालांकि इसे 06 मई तक बढ़ा दिया गया था। इसे विस्तार देते हुए 10 मई तक किया गया। आंशिक लॉकडाउन से फायदा देखते हुए सरकार ने इसे फिर बढ़ाकर 17 मई और आगे 24 मई तक के लिए कर दिया था। इसके बाद धीरे-धीरे जनपदों को आंशिक लॉकडाउन से राहत दी गई।
बता दें कि कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ने के लिए प्रदेश के 75 जनपदों में कोरोना कर्फ्यू लगाया गया था। इस प्रबंधन के बाद संक्रमण के मामले घटने मेंअभूतपूर्व सफलता मिलने के बाद सरकार ने व्यवस्था बना दी कि जिन जिलों में 600 अथवा इससे कम मामले आएंगे, वहां सप्ताह में पांच दिन कर्फ्यू से राहत दी जाएगी। अब प्रदेश के सभी जनपदों में सक्रिय मामलों की संख्या 600 के भीतर आने के बाद कर्फ्यू से पूरे प्रदेश को राहत मिल गई है।