प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। लोगों को रौशनी देने वाला पावर प्लांट हमेशा के लिए अंधेरे में खो गया। दामोदर घाटी निगम के बोकारो थर्मल पावर प्लांट की तीन नंबर यूनिट और बी-प्लांट हमेशा के लिए बंद कर दिया गया है। इस संबंध में डीवीसी मुख्यालय (कोलकाता) के अवर सचिव दीपक विश्वास ने नोटिस जारी किया है। इस प्लांट को बंद करने को लेकर कई दौर की बैठक हो चुकी थी, लेकिन आज इसकी विधिवत घोषणा की गई।
वर्ष 1992 में चालू किया गया था प्लांट
बोकारो थर्मल का 630 मेगावाट क्षमता का यह पावर प्लांट थी। 210 गुना की 3 यूनिट थी। वर्ष 1992 में इसे चालू किया गया था। लंबे समय से बोकारो थर्मल पावर प्लांट ने कई कीर्तिमान स्थापित किया था। अब हमेशा के लिए इतिहास बनकर रह जायेगा। बतातें चलें कि बी-प्लांट के तीन में से 2 यूनिट पहले ही बंद हो चुके थे। यह तीसरा यूनिट था, जिसे बंद कर दिया गया। डीवीसी के अवर सचिव ने संबंधित अधिकारियों को पत्र लिखकर फैसले की जानकारी दी।
आर्थिक और पर्यावरण का हो रहा था नुकसान
मौजूदा समय में बी-प्लांट को चलाने में आर्थिक नुकसान का सामना करना पड़ रहा था। प्लांट की मियाद दिसंबर, 2020 में समाप्त हो गयी थी। इसके एक्सटेंशन के लिए प्रयास किया जा रहा था। हालांकि कई पहलुओं पर विचार करने के बाद इसे बंद करने का निर्णय हुआ। यह पर्यावरण के मापदंड को पूरा नहीं कर रहा था। चिमनी से धुआं अधिक मात्रा में निकल रहा था। मिल में कोयला को पूरी तरह से जला नहीं पा रहा था। इसके कारण धुआं ज्यादा निकल रहा था, जो पर्यावरण के मानक का उल्लंघन था। लिहाजा इसे बंद करने का फैसला लिया गया।