टाटा स्टील अपने इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मोड़ पर है : एन चंद्रशेखरन

देश बिज़नेस मुंबई
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मुंबई। टाटा स्‍टील के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने 30 जून को टाटा स्टील के वर्चुअली आयोजित 114वें एजीएम में शेयरधारकों को संबोधित किया। उन्‍होंने कहा कि पिछले 18 महीने हम सभी के लिए कई मायनों में चुनौतीपूर्ण रहे हैं। हमने पूरी दुनिया में कोविड-19 महामारी के फैलाव के कारण अभूतपूर्व समय देखा है। यह अभी तक समाप्त नहीं हुआ है, क्योंकि वायरस के कई प्रकार अभी भी मानव जीवन के लिए खतरा बने हुए हैं। ऐसे समय में हमारे लिए यह महत्वपूर्ण है कि हम कोविड उचित व्यवहार को बनाए रखें।

कोविड-19 का मुकाबला करने के प्रयास में आपकी कंपनी का ‘#कम्बैट कोविड19प्रोग्राम’ और डायरेक्ट ‘कोविड-केयर’ सपोर्ट 1 मिलियन से अधिक लाभार्थियों के जीवन तक पहुंच गया है। इस क्षेत्र में कंपनी द्वारा अनेक पहलकदमियां की गई।

ये पहलें की गई

ना केवल कर्मचारियों और उनके परिवारों के लिए, बल्कि हमारे परिचालन स्थानों के आसपास के समुदाय के लिए भी चिकित्सा उपचार प्रदान करने के लिए 1,600 से अधिक कोविड ट्रीटमेंट बेड की स्थापना।

महामारी की दूसरी लहर के दौरान राष्ट्र की मदद करने के लिए टाटा स्टील ने भारत के कई राज्यों में मेडिकल ऑक्सीजन की आपूर्ति की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए और जून, 2021 के मध्य तक, अपने प्रतिष्ठानों से 61,000 टन लिक्विड ऑक्सीजन की आपूर्ति की है।

3. टाटा स्टील फाउंडेशन ने समाज के वंचित वर्ग के स्वास्थ्य, आजीविका और निर्वहन में सहायता और समर्थन देने के लिए समुदाय के लिए कई आउटरीच कार्यक्रम शुरू किए हैं।

आपकी कंपनी संकट के इस समय में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने और समुदाय व राष्ट्र को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है।

आर्थिक गतिविधियों को लगभग ठप कर दिया

व्यापक अर्थव्यवस्था की बात करें तो महामारी की पहली लहर ने वित्तीय वर्ष 2020-21 की पहली छमाही के दौरान लगभग सभी प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में आर्थिक गतिविधियों को लगभग ठप कर दिया और 2020 में वैश्विक विकास में 3.5 प्रतिशत की गिरावट आई। भारत में भी सकल घरेलू उत्पाद में वर्षवार 7.7 प्रतिशत की गिरावट आई है।

महामारी के परिणामस्वरूप, भारतीय स्टील उद्योग को विशेष रूप से वित्तीय वर्ष की पहली दो तिमाहियों में देशव्यापी लॉकडाउन के कारण उत्पादन घाटा हुआ, लेकिन घरेलू स्टील की मांग में मजबूत वापसीऔर भारत में मैन्युफैक्चरिंग व इंफ्रास्ट्रक्चर विकास गतिविधि के पुनः लय में आ जाने के कारण तीसरी और चौथी तिमाही में धीरे-धीरे इसकी भरपाई हो गई है। ।

मुनाफा भी बढ़ कर ₹8,190 करोड़ हो गया

इस पृष्ठभूमि में कंपनी के लिए भी पहली तिमाही बहुत ही चुनौतीपूर्ण रही। हालांकि, कर्मचारियों द्वारा प्रदर्शित प्रयासों और प्रतिबद्धता के साथ कंपनी ने न केवल संकट पर काबू पाया, बल्कि अपने इतिहास में सबसे अच्छा अंतर्निहित वित्तीय प्रदर्शन भी किया। वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए समेकित राजस्व 5 प्रतिशत बढ़ कर ₹1,56,294 करोड़ हो गया। अपने भारतीय व्यवसाय के एक बहुत ही मजबूत परिचालन प्रदर्शन के दम पर ₹30,892 करोड़ का अब तक का उच्चतम एबिटा हासिल किया, जो कि वर्षवार 71 प्रतिशत की वृद्धि है। कर पश्चात समेकित मुनाफा भी बढ़ कर ₹8,190 करोड़ हो गया।

₹23,748 करोड़ का अब तक का अपना उच्चतम फ्री कैश फ्लो दर्ज करने के लिए कंपनी प्रबंधन ने वर्ष के दौरान टाइट वर्किंग कैपिटल मैनेजमेंट और अनुशासित पूंजी आवंटन के माध्यम से फ्री कैश फ्लो उत्पन्न करने पर ध्यान केंद्रित किया। टाटा स्टील के भारतीय परिचालन से टर्नओवर  ₹91,037 करोड़ रहा, जो महामारी के कारण वर्ष की पहली छमाही में गंभीर रूप से प्रभावित होने के बावजूद पिछले वर्ष की तुलना में 11 प्रतिशत अधिक है, और वर्ष के लिए उत्पन्न एबिटा ₹28,587 करोड़ रहा, जो पिछले वर्ष की तुलना में 62 प्रतिशत अधिक है। स्टैंडअलोन आधार पर, टाटा स्टील का राजस्व ₹64,869 करोड़ था, जो पिछले वर्ष की तुलना में 7 प्रतिशत अधिक है,जबकि ₹21,952 करोड़ का एबिटा पिछले वर्ष की तुलना में 45 प्रतिशत अधिक है।

इस वर्ष के दौरान, बोर्ड ऑफ डारेक्टर्स ने बकाया पार्टली पेड-अप इक्विटी शेयरों पर पहली और अंतिम कॉल भी की और कंपनी को पहली और अंतिम कॉल मनी के रूप में लगभग ₹3,500 करोड़ प्राप्त हुए।

अब तक के सबसे अधिक लाभांश की सिफारिश

बोर्ड और कंपनी प्रबंधन के प्रति आपके अथक विश्वास और समर्थन के लिए उन्‍होंने सबों का आभार जताया। उन्‍होंने यह घोषणा की कि 31 मार्च, 2021 को समाप्त वित्तीय वर्ष के लिए कंपनी के बोर्ड ऑफ डारेक्टर्स ने कंपनी के इतिहास में ₹25 प्रति फुली पेड-अप इक्विटी शेयर और ₹6.25 प्रति पार्टली पेड-अप इक्विटी शेयर के अब तक के सबसे अधिक लाभांश की सिफारिश की है।

पिछले 4 वर्षों में, आपकी कंपनी के प्रबंधन ने भारतीय व्यापार के पैमाने के निर्माण पर ध्यान केंद्रित करना जारी रखा है। कलिंगानगर सुविधाओं को 8 मिलियन टन प्रति वर्ष तक विस्तारित करने की जारी वर्तमान ऑर्गेनिक विकास योजना के अलावा कंपनी ने टाटा स्टील के समग्र पोर्टफोलियो को मजबूत करने के लिए मई 2018 में भूषण स्टील और 2019 में उषा मार्टिन के स्टील कारोबार का अधिग्रहण किया। इन दोनों अधिग्रहणों को कम समय में कुशलतापूर्वक एकीकृत किया गया है। इससे महत्वपूर्ण तालमेल (सिनर्जी)भी प्राप्त हुआ है।

बीएसएल के टाटा स्टील के साथ विलय की प्रक्रिया

जैसे-जैसे हम व्यापक होते जा रहे हैं, व्यवसाय के सरलीकरण के रास्ते पर चलते रहना भी अनिवार्य हो गया है। कंपनी ने पिछले 24 महीनों में लगभग 100 कानूनी संस्थाओं को युक्तिसंगत बनाया है। बीएसएल के टाटा स्टील के साथ विलय की प्रक्रिया को भी आगे बढ़ाया है, जिससे कंपनी के लिए भविष्य में और अधिक सिनर्जी भी पैदा होगी। टाटा स्टील के भारतीय कारोबार को चार क्लस्टर्स यथा ‘लॉन्ग प्रोडक्ट्स, माइनिंग, डाउनस्ट्रीम और यूटिलिटीज एंड इंफ्रास्ट्रक्चर सर्विसेज’ के रूप में पुनर्गठित और समेकित करने की दिशा में भी अच्छी प्रगति‍ हो रही है। सरलीकरण अभ्यास के अलावा, व्यवसाय को संरचनात्मक रूप से अधिक प्रतिस्पर्धी और चुस्त बनाने के लिए कंपनी डिजिटल एनालिटिक्स और प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में भी निवेश कर रही है। टाटा स्टील पर्यावरण मानकों और सस्टेनेबिलिटी  पर भी बहुत ध्यान केंद्रित कर रही है, और भविष्य में ‘लो-कार्बन रेजीम’ में परिवर्तित होने के लिए कार्बन कैप्चर, हाइड्रोजन-आधारित स्टील निर्माण और नई स्मेल्टिंग प्रौद्योगिकियों के क्षेत्रों में कई परियोजनाएं शुरू कर रही है।

अलग करने की प्रक्रिया चल रही है

यूरोप में फिलहाल ‘टाटा स्टील नीदरलैंड’ और ’टाटा स्टील यूके’ को अलग करने की प्रक्रिया चल रही है। ट्रांसफॉर्मेशन प्रोग्राम भविष्य में एक लाभदायक, लचीला और टिकाऊ व्यवसाय बनाने पर केंद्रित है। वर्ष के दौरान कंपनी द्वारा की गई सभी कार्यवाहियों के परिणामस्वरूप, मजबूत बाजार स्थितियों की सहायता से हमने वित्तीय स्थिति को काफी मजबूत किया है। शुद्ध ऋण को ₹29,390 करोड़ कम किया। वर्ष के अंत में हमारा समेकित शुद्ध ऋण ₹75,389 करोड था, जो वर्ष की शुरुआत की तुलना में 28 प्रतिशत कम है। वित्तीय वर्ष 2021-22 की पहली तिमाही को समाप्त कर रहे हैं।

शुद्ध ऋण स्थिति को और कम करने को तैयार

कंपनी चालू वित्त वर्ष में एक मजबूत बैलेंस शीट के लिए अपनी शुद्ध ऋण स्थिति को और कम करने को अच्छी तरह से तैयार है। टाटा स्टील अपने इतिहास में एक बहुत ही महत्वपूर्ण मोड़ पर है। इसके पास अपने स्टेकहोल्डरों के लिए पर्याप्त दीर्घकालिक मूल्य बनाने का अवसर है। अगले दशक में, आपकी कंपनी के पास विश्व स्तर पर सबसे अधिक प्रतिस्पर्धी और मूल्यवान स्टील कंपनियों में से एक के रूप में महत्वपूर्ण पैमानों का निर्माण करने और अपनी स्थिति को मजबूत करने का दृष्टिकोण है। एक मजबूत बैलेंस शीट, एक चुस्त और उत्तरदायी टीम, अनुशासित संचालन संस्कृति और दुनिया भर में स्टील के लिए एक मजबूत बाजार वातावरण के साथ, चालू वित्तीय वर्ष में पिछले वर्ष की तुलना में शानदार रूप से बेहतर होने का वादा निहित है।