
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए आयोध्या विकास परियोजना की समीक्षा की।
पीएम ने कहा कि राम की इस नगरी को आध्यात्मिक और वैश्विक पर्यटन केंद्र के साथ ही एक टिकाऊ स्मार्ट शहर के रूप में विकसित करना है। प्रधानमंत्री ने कहा कि अयोध्या को हमारी उत्कृष्ट परंपराओं, सर्वश्रेष्ठ विकास परिवर्तनों को प्रदर्शित करना चाहिए। प्रधानमंत्री ने अयोध्या की पहचान का जश्न मनाने, नवीन तरीकों से इसकी सांस्कृतिक जीवंतता को बनाए रखने के लिए सामूहिक प्रयासों की अपील की।
पीएम मोदी के अलावा 13 अन्य लोग इस बैठक में शामिल हुए। पीएम मोदी ने कहा कि जिस तरह भगवान राम में लोगों को एक साथ लाने की क्षमता थी, अयोध्या के विकास कार्यों को स्वस्थ जन भागीदारी की भावना से निर्देशित किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि अयोध्या के मानवीय लोकाचार भविष्य के बुनियादी ढांचों से मिलते जुलते होने चाहिए।
भगवान राम की प्रतिमा को लेकर भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक में चर्चा होने वाली है। ऐसे में विजन प्रेजेंटेशन में इस बात का खास ध्यान रखा गया है। प्रधानमंत्री मोदी आज अगले 30 साल का प्लान ही देखेंगे। अयोध्या के लिए डेवलपमेंट अथॉरिटी ने 20 हजार करोड़ रुपये के प्रोजेक्ट तैयार किए हैं।