उलीहातू में 30 किसानों को दिया गया धान बीज और पशु औषधि

झारखंड
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खूंटी। कृषि मंत्री बादल पत्रलेख के निर्देश पर बिरसा कृषि विश्वविद्यालय द्वारा बिरसा मुंडा की जन्मस्थली उलीहातू गांव में 30 बिरसा किसानों का चयन किया गया है। इन किसानों के बीच पैदावार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से शनिवार को धान बीज वितरण किया गया। इस कार्यक्रम में डीईई डॉ जगरनाथ उरांव एवं कृषि वैज्ञानिकों के दल ने किसान को धान की उन्नत प्रजाति ललाट एवं सूखा रोधी प्रजाति आईआर 64 का बीज वितरण किया गया।

मौके पर डॉ उरांव ने कहा कि कृषि मंत्री के सलाह पर कुलपति ने उलीहातू गांव में बिरसा किसानों का अलग-अलग समूह बनाकर कृषि, वानिकी एवं पशुपालन आधारित कार्यक्रमों को चलाने एवं उत्पादन एवं आय में बढ़ोतरी के दिशा में प्रयास करने का निर्देश दिया है। विवि द्वारा गांव को एग्रो टूरिज्म केंद्र के रूप में विकसित करने की दिशा में पहल की जा रही है। धान की उन्नत बीज के प्रयोग से उत्पादन और उत्पादकता को बढ़ावा देने के साथ बिरसा किसानों की आय में बढ़ोतरी होगी।

मौके पर शस्य वैज्ञानिक डॉ आरपी मांझी ने बिरसा किसानों को धान की वैज्ञानिक खेती की पैकेज प्रणाली की जानकारी से प्रशिक्षित किया। मौके पर तमाड़ विधायक प्रतिनिधि मनोज मंडल ने वैज्ञानिक दल से विवि द्वारा उलीहातू गांव और बाड़ीनिचकेल पंचायत में ग्रामीण सहभागिता आधारित पीआरए सर्वे माध्यम से स्थानीय आवश्यकता एवं मांग आधारित कार्यक्रमों को चलने का अनुरोध किया।

बीज वितरण के बाद पशु औषधि वितरण कार्यक्रम चलाया गया। मौके पर पशु पालन वैज्ञानिक डॉ बधनु उरांव एवं डॉ पंकज सेठ ने गांव के पशुपालकों को पशुओं में बरसाती बीमारी एवं रोग की पहचान एवं उपचार की जानकारी दी। पशुओं के उपचार के लिए कृमि नाशक, घाव एवं अपच की दवा एवं मिनरल मिक्सचर का वितरण किया।

इस अवसर पर बिरसा मुंडा के प्रपोत्र सुखराम मुंडा ने उलीहातू गांव में बीएयू द्वारा चलाये जा रहे कार्यक्रमों की सराहना की। कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह का आभार जताया। धान बीज एवं पशु औषधि वितरण कार्यक्रम के संचालन में निर्मल कुमार एवं राजू टोप्पो ने सहयोग प्रदान किया।