गिरिडीह। वैश्विक महामारी कोरोना से जान गंवाने वालों के आश्रितों के सहयोग में समाजिक संस्थाएं आगे आयी हैं। विकल्प क्लासेस और स्वयंसेवी संस्था सारथी ने निर्णय लिया है कि कोरोना की दूसरी लहर में जिन बच्चों से सिर से माता या पिता का साया उठ गया है, उन्हें निःशुल्क पढ़ाया जायेगा।
संस्था के सचिव अमित जायसवाल ने कहा कि सोशल मीडिया के माध्यम से संस्था सारथी और विकल्प क्लासेस उन छात्रों तक पहुंच पाए हैं, जिनके पिता या मां की कोरोना से मौत के बाद पढ़ाई जारी रखना चुनौतीपूर्ण है। ऐसे में संस्था सारथी और विकल्प मिल कर कक्षा नौ से 12वीं के छात्रों को निःशुल्क ट्यूशन पढ़ाएंगे।
सारथी और विकल्प द्वारा चिन्हित छात्रों की पूरी जानकारी लेने के बाद उन्हें निःशुल्क कोंचिग के लिए चयनित किया गया है। संस्था के सचिव ने यह भी कहा कि गिरिडीह में अब तक कई ऐसे छात्रों को चिन्हित भी कर लिया गया है। साथ जिले के कई प्रखंडों में ऐसे छात्रों की पहचान की जा रही है। सचिव ने कहा कि यह व्यवस्था फिलहाल सीबीएसई पाठ्यक्रम के छात्रों के लिए है।