नई दिल्ली। झारखंड कांग्रेस में संकट की खबरों के बीच चार कांग्रेस विधायक इरफान अंसारी, उमाशंकर अकेला, राजेश कच्छप और ममता देवी ने दिल्ली में कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की।
झारखंड की राजनीति को लेकर यह मुलाकात करीब 45 मिनट तक वेणुगोपाल के आवास पर चली। यहां बता दें कि ये चारों विधायक इससे पहले झारखंड के प्रभारी आरपीएन सिंह से भी मिल चुके हैं।
इस मुलाकात के बाद विधायक और झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल को संगठन की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी है, जिसमें किसने कोरोना में कैसा काम किया जैसी बातें शामिल हैं।
इसके अलावा उन्होंने कहा कि कांग्रेस आलाकमान देख रहा है। इसके साथ ही अंसारी ने कहा कि मैं मंत्री और संगठन में होता तो एक पद छोड़ देता। इसके अलावा झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष इरफान अंसारी ने कहा कि इससे पहले प्रभारी आरपीएन सिंह से बात हुई थी।
उस समय या तो आप मंत्री रहिए या अध्यक्ष को लेकर चर्चा हुई थी। इसके साथ उन्होंने झारखंड कांग्रेस के अध्यक्ष का नाम लिए बिना कहा कि उन्हें स्वेच्छा से हट जाना चाहिए, क्योंकि वह दो पदों पर काबिज हैं। उन्हें आलाकमान क्यों हटाए ? कांग्रेस विधायक अंसारी ने कहा कि अब तक बीस सूत्री कार्यक्रम के तहत कार्यकर्ता को एडजस्ट नहीं कर पाए हैं। इन सभी मुद्दों पर आलाकमान से अच्छा रेस्पॉन्स मिला है।
हम एसी गाड़ी में बैठने वाले और बयानबाजी करने वाले नहीं हैं। वहीं, आलाकमान खुली आंखों से देख रहा है कि कौन काम कर रहा है और कौन नहीं?