
रांची। रांची विश्वविद्यालय की वनस्पति शास्त्र विभाग की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई द्वारा 29 जून, 2021 को मोरहाबादी स्थित बेसिक साइंस बिल्डिंग परिसर एवं बोटानिकल गार्डेन में पौधरोपण किया गया। कार्यक्रम विभागाध्यक्ष डॉ ज्योति कुमार की अध्यक्षता में हुआ।
मुख्य अतिथि रांची विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ कामिनी कुमार ने कहा कि पर्यावरण को बचाना सबकी नैतिक जिम्मेदारी है। कोविड-19 माहमारी के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत हुई। ऑक्सीजन की आपूर्ति में काफी कठिनाई आई। ऐसे में पौधरोपण करना जरूरी है। उन्होंने कहा कि पौधा लगाना और उसको बचाना जरूरी है।
विशिष्ट अतिथि बीबीएम के विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ अंजनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि प्राकृतिक संसाधन सीमित है। हालांकि पर्यावरण को बचाने के लिए पौधरोपण करना एवं उसकी सही देखभाल करने से इसे संतुलित किया जा सकता है। पर्यावरण वैश्विक समस्या बनी हुई है। पूरी दुनिया इसे कैसे बचाया जा सकता है, इसके लिए रचनात्मक प्रयास करना होगा।
अध्यक्षीय संबोधन में वनस्पति शास्त्र विभाग के अध्यक्ष एवं डीन डॉ ज्योति कुमार ने कहा कि हमें पौधरोपण कार्यक्रम को नियमित करना चाहिये। ऐसी सोच हमारी आदत का हिस्सा बनानी चाहिए। उन्होंने उपस्थित एनएसएस के स्वयंसेवकों का मनोबल बढ़ाते हुए कहा कि इस अभियान को नियमित करें। पर्यावरण को संरक्षण करने में अपना अमूल्य योगदान दें।
एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि 1 जुलाई से 15 जुलाई तक पूरे देश में एनएसएस द्वारा वन महोत्सव पखवाड़ा का आयोजित किया जाता है। पर्यावरण को बचाने के लिए कई प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते है। आज 55 पौधों का रोपण किया गया।
कार्यक्रम में कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ स्मृति सिंह ने भी अपने विचार रखें। इसमें फलक फातिमा (एनएसएस टीम लीडर, वनस्पति शास्त्र विभाग ) दिवाकर आनंद, स्माइली अनिता, अतीत, प्रिंस, नेहा, नवीन किशोर, अंजनी, ताबिश, ज्योत्सना, अंशुमन आदि का योगदान रहा।