12वीं के छात्रों का कैसे हो मूल्यांकन, सीबीएसई ने गठित की 13 सदस्यीय समिति

देश नई दिल्ली
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नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने शुक्रवार को 12वीं कक्षा की रद्द परीक्षाओं में विद्यार्थियों के मूल्यांकन का मापदंड तय करने के लिए 13 सदस्यीय समिति गठित कर दी है। यह समिति 10 दिनों में अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। सीबीएसई के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन डॉ. श्याम भारद्वाज ने अधिसूचना जारी कर बताया कि कोविड के कारण अनिश्चित परिस्थितियों और विभिन्न हितधारकों से प्राप्त फीडबैक को देखते हुए सीबीएसई की 12वीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा इस वर्ष आयोजित नहीं किए जाने का फैसला लिया गया था।

यह भी निर्णय लिया गया कि सीबीएसई 12वीं कक्षा के छात्रों के परिणामों को तय समय में उचित मानदंड के अनुसार तैयार करने के लिए कदम उठाएगा। ऐसे में मानदंड तय करने के लिए समिति का गठन किया गया है। समिति आदेश जारी होने की तिथि से 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। समिति को पहली बैठक के कार्यक्रम के बारे में शीघ्र ही सूचित किया जाएगा।

इस समिति में शिक्षा मंत्रालय में संयुक्त सचिव विपिन कुमार, शिक्षा निदेशालय के निदेशक उदित प्रकाश राय, केंद्रीय विद्यालय संगठन की कमिश्नर निधि पांडे, नवोदय विद्यालय समिति के कमिश्नर विनायक गर्ग, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष के प्रतिनिधि, शिक्षा विभाग के निदेशक (स्कूली शिक्षा) रुबिंदरजीत सिंह बरार, शिक्षा मंत्रालय में डीडीजी सांख्यिकी पीके बनर्जी, एनसीईआरटी के निदेशक के प्रतिनिधि, स्कूलों की ओर से 2 प्रतिनिधि, सीबीएसई निदेशक (आईटी) अंतरिक्ष जौहरी, सीबीएसई के एकेडमिक विभाग के निदेशक जोसेफ एमैन्युअल और सीबीएसई के कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन श्याम भारद्वाज शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि एक जून को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना के मद्देनजर राज्यों सहित विभिन्न हितधारकों से मिले सुझावों के आधार पर सीबीएसई की 12वीं कक्षा की परीक्षाओं को रद्द किए जाने की घोषणा की थी।