यरुशलम। इजरायल में सत्ता परिवर्तन की आशंका के बीच प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को सत्ता से हाथ धोना पड़ सकता है। इसका कारण नेतन्याहू के पूर्व सहयोगियों का राजनीतिक विरोधियों से हाथ मिला लेना। इस सरकार में वामपंथी, मध्यम मार्गी और दक्षिणपंथी पार्टियां शामिल होने के साथ इसे अरब पार्टी का भी समर्थन मिल सकता है।
इजरायल में बदलते राजनीतिक घटनाक्रम में प्रधानमंत्री नेतन्याहू के पूर्व सहयोगी नफ्ताली बेनेट ने कहा कि देश में चुनाव टालने और सब कुछ ठीक करने के लिए राष्ट्रीय एकता की सरकार का गठन करना होगा। यामिना पार्टी के नेता नफ्ताली इससे पहले नेतन्याहू सरकार में चीफ आफ स्टाफ के रूप में अपनी सेवाएं देने के साथ रक्षा मंत्रालय सहित अन्य विभाग संभाल चुके हैं।
जानकारी के मुताबिक नफ्ताली बेनेट और विपक्षी नेता याइर लैपिड के बीच सत्ता में भागीदारी को लेकर सहमति बन गई है। जिसके तहत नफ्ताली और लैपिड बारी-बारी से प्रधानमंत्री होंगे। नेतन्याहू के खिलाफ इस समय यरुशलम की जिला अदालत में रिश्वतखोरी और विश्वास तोड़ने के आरोप में मुकदमा चल रहा है। ऐसे समय में सत्ता से बेदखल होना उनके लिए बड़ा झटका होगा।