- छठी जेपीएससी रद्द करने और JSSC के लंबित नियुक्ति की मांग पर धरना-प्रदर्शन
धनबाद। छठी जेपीएससी रद्द और JSSC के लंबित नियुक्ति की मांग को लेकर अभ्यर्थियों ने धरना और प्रदर्शन किया। धनबाद गोल्फ ग्राउंड में जेपीएससी, पंचायत सचिव, TGT 2016 के अभ्यार्थियों ने बैठक की। राज्यव्यापी आंदोलन की रणनीति बनाई। राज्य के सभी जिलों में चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करने पर सहमति बनी।
अभ्यर्थियों ने कहा कि छठी जेपीएससी परीक्षा में गलत ढंग से चयनित 326 अधिकारियों को हाईकोर्ट ने सात जून को अवैध घोषित कर दिया। दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई करने का आदेश दिया है। हालांकि हेमंत सरकार ने अभी तक उन अवैध अधिकारियों को पद मुक्त नहीं किया है। ना ही दोषी अधिकारियों पर कोई कार्रवाई की है। इससे युवाओं में सरकार के प्रति निराशा और आक्रोश बढ़ता जा रहा है। छात्रों द्वारा छठी जेपीएससी परीक्षा को पूरी तरह से रद्द करने की मांग लगातार की जा रही है।
मौके पर एक ओर अभ्यर्थियों ने छठी जेपीएससी रद्द करने और सातवें जेपीएससी में सुधार को लेकर सरकार से गुहार लगाई। वहीं दूसरी ओर 5 वर्षों से लंबित नियुक्तियों को यथाशीघ्र करने की आवाज उठाई गई। अभ्यार्थियों ने नई स्थानीय नीति और नियोजन नीति बनाने की मांग की। अभ्यर्थियों ने कहा कि किसी भी हालत में बहाली के पहले नई नियोजन नीति बननी चाहिए। साथ ही, 5 वर्षों से लंबित नियुक्ति यथाशीघ्र की जाए।
सफी इमाम ने मुख्यमंत्री से पूछा कि जब वे प्रतिपक्ष के नेता थे, तब इसी गोल्फ ग्राउंड में अपनी पार्टी की स्थापना दिवस 4 फरवरी, 2019 को कहा था कि छठी जेपीएससी में 50 से 60 सीट नेता और मंत्रियों के सगे संबंधियों को बेच दिया गया है। हम सत्ता में आयेंगे तो परीक्षा की रद्द कर देंगे।’ फिर सत्ता में आते ही आनन-फानन में उनकी नियुक्ति क्यों दे दी?
गुलाम हुसैन और पंचायत सचिव अभ्यर्थियों द्वारा पंचायत सचिव की बहाली जल्द से जल्द पूरा करने की मांग की गई। कृष्ण किशोर ने कहा कि झारखड में लूट, झूट और भ्रष्टाचार की राजनीति नहीं होने देंगे। ओम प्रकाश ने कहा कि बिना वजह लंबित नियुक्तियों के करण छात्र दर-दर भटक रहे हैं।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए सुनीता कुमारी ने कहा कि धनबाद में लटकी हुई 17 शिक्षकों की नियुक्त शीघ्र की जाय। परवेज आलम ने कहा कि झारखंड में खाली पड़े पदों पर जेपीएससी/जेएसएससी के माध्यम से बेरोजगार युवकों को रोजगार मिलना चाहिए। उन्होंने कहा कि झारखंड बनने के बीस वर्ष बाद भी युवा रोजगार के लिए भटक रहे हैं। बहुत चिंता की बात है।
धरना प्रदर्शन में सुनीता कुमारी, सफी इमाम, परवेज आलम, गुलाम हुसैन, राजेश शर्मा, ओम प्रकाश, कृष्ण किशोर, परितोष कुमार, डॉ मोईन अंसारी, मंजू देवी, चेतौली साधु, विभाष कुमार, राजेश कुमार, दीपक कुमार ओर रिजवान आदि मौजूद थे।