चौपारण में 7 लाख रुपये लूटकांड का खुलासा, व्यवसायी का स्टाफ ही निकला मास्टरमाइंड

अपराध झारखंड
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हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग जिला अंतर्गत चौपारण में 7 लाख रुपये लूटकांड का पुलिस ने 12 घंटे में ही खुलासा कर दिया। इस लूटकांड का मास्टरमाइंड व्यवसायी का स्टाफ ही निकाला। पुलिस ने मास्टरमाइंड अरुण कुमार गुप्ता समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है।

बुधवार को NH 2 स्थित हजरीधमना के पास दिन-दहाड़ हुई लूट की घटना को महज 12 घंटे के अंदर उद्भेदन करने में कामयाब रही। पुलिस न केवल लुटेरों को पकड़ा, बल्कि लूटकांड का मास्टरमंड नमोकार ट्रेडर्स के स्टाफ सहित तीन लुटेरों को पकड़ा है। लुटेरों के पास से लूटे गये 7 लाख रुपया एवं बैंक में जमा करने वाला भरा हुआ पर्ची को भी बरामद किया है।

कैसे पुलिस के गिरफ्त में आये लुटेरे
इस संबंध में डीएसपी नाजीर अख्तर ने बताया कि घटनास्थल का मुआयना और नमोकार ट्रेडर्स के दुकान में लगे CCTV को खंगालने के बाद पुलिस को बहुत कुछ सुराग हाथ लगे थे। उसी को केंद्र बिंदु मानकर टीम बनाकर पुलिस कार्रवाई में जुट गयी। घटनास्थल पर आसपास की महिलाएं जानवर चरा रही थी। उनलोगों ने घटना का नाटक कर रहे व्यवसायी स्टाफ एवं दो अन्य युवकों के नाटक को देखी थी। उन्हीं महिलाओं के बयान पर पुलिस जांच में जुटी।

नमोकार ट्रेडर्स का स्टाफ ही निकला मास्टरमाइंड
पुलिस ने सबसे पहले नमोकार ट्रेडर्स के स्टाफ अरुण कुमार गुप्ता को रात करीब 9 बजे उठायी। पुलिसिया भाषा में पूछताछ करने पर अरुण ने सब कुछ उगल दिया। पुलिस उसे लेकर रात में ही अम्बादाह के लिए निकली। यहां घटना में शामिल रामपूजन मुंडा के घर से लूट के 7 लाख रुपये बरामद किये। उसके बाद पुलिस ने रामपूजन मुंडा को लेकर सोमा मुंडा के घर पहुंची। जहां से सोमा को गिरफ्तार किया गया, इस अभियान में सर्किल इंस्पेक्टर रोहित सिंह, थाना प्रभारी विनोद तिर्की सहित पुलिस बल के जवान शामिल थे।

कैसे अरुण के जाल में फंसे गिरफ्तार युवक
अरुण कुमार गुप्ता दो साल से नमोकार ट्रेडर्स रोहित जैन का स्टाफ है। अरुण अपने बुद्धि विवेक से ट्रेडर्स के मालिक का सबसे बड़ा विश्वास पात्र बन गया था। इतना ही नहीं वह अपने ट्रेडर्स के बारे में पूरी जानकारी रखता था। अरुण खरीदारी करने के लिए अक्सर अम्बादाह जाया करता था। जहां से उसकी दोस्ती सोमा मुंडा एवं रामपूजन मुंडा से हुई थी। अरुण कभी- कभी दोनों को दुकान पर भी बुला लिया करता था।

20 – 20 हजार का दिया था प्रलोभन
मास्टरमाइंड अरुण गुप्ता 20 – 20 हजार रुपये देने का प्रलोभन देकर सोमा एवं रामपूजन को इस तरह का नाटक करने के लिए तैयार किया था। पैसे के लालच में दोनों युवक उसके बात पर तैयार हो गये और घटना का अंजाम दिया। दूसरे दिन रुपये का बंटवारा होना था, लेकिन उससे पहले ही पुलिस पहुंच गयी और उनलोगों के मनसूबों पर पानी फेर दिया।