नई दिल्ली। सेव द चिल्ड्रन ने #ProtectAMillion मिशन के तहत बच्चों और उनके परिवारों को महामारी से बचाने का संकल्प लिया है। इस पहल के तहत राजस्थान के टोंक में स्पेशल न्यूबोर्न केयर यूनिट में 5 लीटर का ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध कराया। समय पर की गई इस पहल की वजह से एक बच्चे का जीवन बचाया जा सका।
ऑक्सीजन की मांग में अचानक वृद्धि और ग्रामीण स्वास्थ्य देखभाल पारिस्थितिकी तंत्र से आ रही मांग के मद्देनजर संगठन ने 11 राज्यों में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों में 700 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की खरीद की है। उन्हें वितरित कर रहा है। 2020 में महामारी की शुरुआत के बाद से भारत ने वंचित और कमजोर तबके के बच्चों और उनके परिवारों को महत्वपूर्ण देखभाल और सेवाएं प्रदान की हैं। 5.57 लाख से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित किया है।
2021 में दूसरी लहर के शुरुआती दिनों के बाद से संगठन ने 12 राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 57 जिलों में अपनी पहल लागू करने का सोचा। इसका लक्ष्य भारत के उन अंदरूनी हिस्सों तक पहुंचना है, जहां स्वास्थ्य प्रणाली कमजोर और खराब है। यह ऑक्सीजन सहायता, चिकित्सा सहायता, कोविड-19 देखभाल किट, स्वच्छता किट, घर पर देखभाल और टेली-परामर्श प्रदान कर रहा है।
दूसरी कोविड लहर के जवाब में सेव द चिल्ड्रन ने #ProtectAMillion मिशन शुरू किया है। देश के 14 राज्य और दो केंद्र शासित प्रदेशों के 57 जिलों में 1 मिलियन (10 लाख) बच्चों और उनके परिवारों तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध है।