मध्‍य प्रदेश में कोरोना संक्रमण की श्रृंखला तोड़ने को स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग कर रहा आरएसएस

देश मध्य प्रदेश
Spread the love

भोपाल। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) द्वारा कोरोना संक्रमण की शृखंला को तोड़ने के लिए राजधानी भोपाल सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग अभियान प्रारंभ किया गया है। इसी के तहत राजधानी भोपाल में रविवार अवकाश वाले दिन भी सुबह आठ बजे से ग्‍यारह बजे तक डॉक्टर्स की टीम के साथ स्वयंसेवकों ने रहवासियों, चौकीदारों एवं कामकाजी महिलाओं की स्क्रीनिंग और कोरोना का रैपिड टेस्ट किया गया। रैपिड टेस्ट में जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई, उन्‍हें डॉक्टर के आवश्यक परामर्श के साथ होम क्‍वारंटाइन किया जा रहा है। 

इस संबंध में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ, भोपाल विभाग के संघचालक डॉ. राजेश सेठी ने बताया कि इस समय देश कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर से जूझ रहा है। ऐसी परिस्थिति में समाज को अपना उत्तरदायित्व निभाना चाहिए। हमने अपने स्वयंसेवकों को स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग का प्रशिक्षण दिलाया है। स्क्रीनिंग और टेस्टिंग के बाद लोगों को सलाह दी जा रही है कि उन्हें घर पर ही एकांत में रहना है या समाज द्वारा संचालित किसी कोरेंटाइन सेंटर में या फिर उन्हें अस्पताल जाने की आवश्यकता है। 

उन्होंने बताया कि संघ के स्वयंसेवक अभी उन क्षेत्रों में स्क्रीनिंग और टेस्टिंग का काम करेंगे, जहाँ संक्रमण अधिक नहीं फैला है। यह इसलिए ताकि वहाँ संक्रमितों की पहचान करके, कोरोना संक्रमण को और अधिक फैलने से रोका जा सके। डॉ. सेठी ने बताया कि भोपाल में कोरोना के विरुद्ध लड़ाई में संघ को समाज का भरपूर सहयोग प्राप्त हो रहा है। 

उनका कहना है कि भोपाल विभाग में रविवार से स्वयंसेवकों ने स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग का कार्य प्रारंभ किया है। पहले दिन आकृति ग्रीन में स्क्रीनिंग एवं टेस्टिंग की गई। पहले दिन हमीदिया अस्पताल के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. माधव बंसल एवं उनकी टीम का सहयोग हमें प्राप्त हुआ। उन्होंने संघ के स्वयंसेवकों को ऑक्सीजन और पल्स की रीडिंग लेने के साथ ही रैपिड टेस्ट के लिए सैम्पलिंग का प्रशिक्षण भी दिया।

इस दौरान भोपाल विभाग के सह-बौद्धिक प्रमुख नीरज पाण्डेय ने बताया कि प्रदेश की राजधानी में भोपाल सहित संपूर्ण राज्‍य में संघ की ओर से अनेक प्रकार के सेवा एवं सहायता कार्यों का संचालन किया जा रहा है, जिनमें कोरोन्टाइन सेंटर, आइसोलेशन सेंटर, हेल्पलाइन सेंटर, प्लाज्मा एवं रक्त दान और भोजन वितरण के कार्य शामिल हैं। संघ के स्वयंसेवक प्रशासन को भी सहयोग कर रहे हैं। अस्पतालों में भी मरीजों एवं उनके परिजनों को विभिन्न प्रकार की सहायता उपलब्ध कराई जा रही है।