कर्मियों के वेतन से बनें फंड से रेल प्रशासन बांट रहा सुरक्षा किट

झारखंड
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  • परिचालन जरूरी, पर रेलकर्मियों की सुरक्षा महत्वपूर्ण है : डीके पांडेय

धनबाद। कोरोना महामारी के संक्रमण से बड़ी संख्या में रेलकर्मी भी प्रभावित हो रहे हैं। आवश्यक सामग्री और सेवाओं को सुनिश्चित बनाए रखने के लिए रेलकर्मी दिन रात काम कर रहे हैं। इस आपदा में अपनी जान और स्वास्थ्य की परवाह किए बिना ही राष्ट्र की सेवा में अपना योगदान देने में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं। इस आधार पर ऑल इंडिया रेलवे मेंस फेडरेशन के महामंत्री शिव गोपाल मिश्रा ने रेलकर्मियों को भी फ्रंटलाइन कर्मचारी घोषित करने की मांग की थी।

पिछले दिनों प्रधानमंत्री ने और अब रेलमंत्रालय ने भी रेलकर्मियों को फ्रंटलाइन कर्मचारी घोषित करते हुए आवश्यक संसाधन मुहैया कराने की बात कही है। इधर पूर्व मध्य रेल के सभी 5 रेल डिवीजनों में अधिकारी से लेकर कर्मचारियों तक में 2200 से ज्यादा लोग कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।

उक्त बातें बताते हुए ईस्ट सेंट्रल रेलवे कर्मचारी यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष सह धनबाद मंडल पीएनएम प्रभारी डीके पांडेय ने बताया कि पिछले दिनों महाप्रबंधक के साथ और मंडल रेल प्रबंधक धनबाद आशीष बंसल के साथ हुई उच्चस्तरीय बैठक में संगठन द्वारा इस आपदा से बचाव के उपायों पर तत्काल कदम उठाने पर बल दिया गया था। यूनियन ने सभी रेल कर्मचारियों को आवश्यक सुरक्षा किट मुहैया कराई जाने की मांग रखी थी। रेलप्रशासन ने इसके लिए फंड की कमी की बात कही थी। इसके बाद रेल कर्मचारियों ने अपने वेतन से अंशदान देकर बहुत हद तक आवश्यक फंड उपलब्ध कराया। इस फंड से मंडल के लगभग 22,315 रेलकर्मियों को सुरक्षा किट की आपूर्ति का कार्य रविवार से शुरू कर दिया जा रहा है।

प्रथम चरण में 4000 लोको पायलट, 1000 गार्ड और 5000 ट्रैकमेंटेनर को इसे उपलब्ध कराया जाएगा। इस किट में हैड सेनिटाईजर, हैंडवॉश, साबुन और फेस मास्क सम्मिलित है। रेलप्रशासन ने रविवार को इसे धनबाद, गोमो, पाथरडीह और चंद्रपुरा में कल्याण निरीक्षक, डिपु प्रभारी और ईसीआरकेयू प्रतिनिधियों के सहयोग से वितरित करने की व्यवस्था की है। जल्द ही, मंडल के सभी स्टेशन और टीआरडी, सिगनल, कैरेज, लोको, इलेक्ट्रिक जनरल सहित अन्य विभागों के कर्मियों के लिए भी सुरक्षा किट आपूर्ति की जाएगी। ईसीआरकेयू की कोशिश है कि मंडल के हर रेलकर्मी को संक्रमण से बचाव के लिए सुरक्षा किट की आपूर्ति हो। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा रेल परिचालन जरूरी है, लेकिन रेलकर्मियों की सुरक्षा भी महत्वपूर्ण है।

मोहम्मद जियाउद्दीन, ओपी शर्मा, एनके खवास, एके दा, टीके साहू, सोमेन दत्ता, नेताजी सुभाष, प्रशांत बनर्जी, जेके साव, वीके दुबे, चमारी राम, एके दास, परमेश्वर कुमार, राजेंद्र कुशवाह, पिंटू नंदन और विश्वजीत मुखर्जी ने यूनियन और रेल प्रशासन के कार्य को सराहा।