
रांची। पश्चिम बंगाल के रक्त रंजित माहौल को सुधारने के लिए इस बार चुनाव 8 चरणों में कराये गये। हालांकि चुनाव शुरू होने से लेकर रिजल्ट आने के बाद से अब तक पूरा बंगाल हिंसा से जल रहा है। वहां के लोग पलायन कर रहे हैं। महिलाओं का सरेआम उत्पीड़न हो रहा है। घर जलाए जा रहे हैं। लूटपाट की जा रही है। हमें टीएमसी के इस रक्त रंजित चरित्र को रोकना होगा। इसके लिए हमें वैचारिक आंदोलन खड़ा करना होगा। उक्त बातें प्रज्ञा प्रवाह के अखिल भारतीय प्रांत संयोजक जै नंद कुमार ने कही। वे रविवार को संगठन के झारखंड प्रांत की ऑनलाइन बैठक को संबोधित कर रहे थे।
नंद कुमार ने कहा कि बंगाल मामले में अपने-अपने जिलों से डिजीटल हस्ताक्षर कैंपेन चलाकर राज्यपाल को संज्ञान में लाकर उनसे राष्ट्रपति द्वारा इस पर हस्तक्षेप करके कुछ निर्णय लेने के लिए बोलना होगा। संघ के पुनर्वासन कार्यक्रम में हम सबको पूर्ण रूप से सहयोग करना होगा। बंगाल से सटे राज्य उड़ीसा, झारखंड और बिहार हैं। वहां पलायन होकर आ रहे बंगाली हमारे भाई बंधु हैं। उन लोगों को समझाना होगा। उनके साथ खड़ा होकर उन्हें वापस उनके घर में ले जाकर उनकी मदद करनी होगी। उनके अंदर के डर को खत्म करना होगा।
अखिल भारतीय प्रांत संयोजक ने करोना की दूसरी लहर में संघ से लेकर सेवा भारती के स्वयंसेवकों की सेवा करने पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि हमने करोना की पहली लहर में बहुत ही बेहतर तरीके से अपने आप को बचाकर रखा। सुरक्षा कवच को लगातार पहने रखा। दूसरों को भी जागरूक किया, परंतु दूसरी लहर में थोड़ी लापरवाही बरते। सुरक्षा कवच हटा दिया, जिससे दूसरी लहर ने हम सभी को परेशान किया। विशेषज्ञों द्वारा अनुमान लगाया जा रहा है कि तीसरी लहर भी आएगी, जो बच्चों के लिए घातक होगी। उससे बचाने के उपाये में हमें सुरक्षा कवच के प्रति फिर से जागरूक करना होगा।
बैठक में झारखंड, बिहार एवं उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक रामाशीष सिंह ने कहा कि करोना की लड़ाई में प्रज्ञा प्रवाह के कार्यकर्ताओं ने आसपास के लोगों को डर के माहौल में जागरूक कर मानसिक रूप से मजबूत बनाया। जरूरतमंदों की सेवा की। बैठक का संचालन प्रज्ञा प्रवाह के झारखंड प्रांत संयोजक मयंक रंजन ने किया।
बैठक में कल्याणी कबीर, प्रदीप मुंडा, प्रियव्रत नाग, शत्रुघन पांडेय, इंदल पासवान, नरेश कुमार, अजय जुमार, अनिल कुमार, देवानंद सिंह, कमलेश कुमार, राज कुमार शर्मा, मनोज कुमार, रत्नेश विश्वकसेन, सुधीर कुमार, संजीव मिश्रा, अपर्णा, प्रज्ञा शुक्ल, रणविजय, आलोक तिवारी एवं अमित, मीरा सिंह, रघुवंशी मौजूद थे।