वाशिंगटन/नई दिल्ली। भारत में कोरोना महामारी की दूसरी लहर के व्यापक प्रभाव में थोड़ी नरमी आने के बाद और कोविड वैक्सीन की कमी दूर करने के लिए भारत ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रयास करना तेज कर दिए हैं। इसी कड़ी विदेश मंत्री एस. जयशंकर प्रतिनिधिमंडल के साथ पांच दिवसयीय अमेरिकी दौरे पर पर पहुंच गए हैं।
विदेश मंत्री एस.जयशंकर पांच दिवसीय आधिकारिक दौरे पर अमेरिका पहुंचने के साथ दोनों देशों के सामरिक और आर्थिक मजबूती पर बात करने और देश में कोविड वैक्सीन की अधिक से अधिक आपूर्ति व इससे जुड़ी दवा कंपनियों को भारत में आमंत्रित करेंगे, ताकि देश को अधिक से अधिक संख्या में कोविड वैक्सीन प्राप्त हो सके।
अमेरिकी दौरे में विदेश मंत्री जयशंकर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस, अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से मुलाकात कर वार्ता करेंगे। जयशंकर द्विपक्षीय मुद्दों पर वार्ता के लिए जो बाइडन की कैबिनेट के सदस्यों से मिलकर भारत और अमेरिका के बीच कोविड संबंधी सहयोग पर बातचीत करेंगे।
इस माह के आरंभ में जयशंकर लंदन में जी-7 के विदेश मंत्रियों की बैठक में भारत की तरफ से गए थे, जिसमें भारत को मेहमान देश के तौर पर निमंत्रण मिला है। जयशंकर ऐसे समय में अमेरिका दौरे पर गए थे।
वर्जीनिया के सीनेटर और सीनेट इनटेल कमेटी के चेयरमैन मार्क वारनर ने बिजनेस कम्यूनिटी से भारत में कोविड-19 के संकट पर चर्चा की। अमेरिका में भारत के राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने भी चिकित्सा और भारत में वैक्सीन भेजे जाने को लेकर कई बैठकें की हैं। इन बैठकों में अमेरिकी फार्मा कंपनी मार्डना के सीईओ स्टीफेन बैनसेल की बैठक भी शामिल है।