प्रशांत अंबष्ठ
बोकारो। सीसीएल स्वांग कोलियरी के कर्मचारी की मौत की गुत्थी पुलिस ने सुलझा ली है। मोबाइल के लोकेशन से यह मामला सुलझा। इस मामले में मुख्य आरोपी के साथ अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। यह जानकारी गोमिया थाना प्रभारी आशीष खाखा ने शुक्रवार को प्रेस को दी।
घटना बेरमो अनुमंडल के गोमिया थाना क्षेत्र की है। गोमिया थाना प्रभारी ने बताया कि पिछले 14 अप्रैल को सीसीएल स्वांग कोलियरी के कर्मचारी कार्तिक मांझी का शव स्वांग हजारीमोड़ स्थित बुध बाजार के निकट रेलवे पटरी के किनारे मिला था। कुछ दूरी पर उसकी मोटरसाईकिल भी खड़ी थी। मृतक का शव देखने के बाद से ही अनुमान लगाया जा रहा था कि इसकी हत्या कर शव को रेलवे पटरी पर फेंक दिया गया है, ताकि यह हादसा लगे।
थाना प्रभारी ने बताया कि बोकारो पुलिस कप्तान और एसडीपीओ के निर्देश पर मामले के उद्भेदन के लिए एक टीम गठित की गयी। तकनीकी सेल की मदद से हत्या के आरोपियों को गिरफ्तर करने में सफलता मिली है। थाना प्रभारी ने बताया कि कार्तिक मांझी की पत्नी बसंती देवी से रामचंद्र सोनार प्यार करता था। दोनों का मिलना-जुलना होता था। इसकी जानकारी कार्तिक मांझी हो गई थी। कार्तिक मांझी इस बात से नाराज था। रामचंद्र सोनार और पत्नी बसंती देवी दोनों को जेल भेजने की धमकी देता था। इस बात से रामचंद्र सोनार विचलित था। उसने हमेशा के लिए कार्तिक मांझी को रास्ते से हटाने के लिए प्लान बनाया।
रामचंद्र ने कार्तिक मांझी से माफी मांगने के बहाने उसे बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र के जरंगडीह बुलाया। वहां रामचंद्र सोनार अपने साथी विष्णु सोनार जरंगडीह और गौतम स्वर्णकार गोडवाटांड गोमिया को भी साथ बुला रखा था। वहां से कार्तिक मांझी को जरंगडीह के 16 नंबर दामोदर नदी के दोमुंहा के पास ले गया। उसे खूब शराब पिलाई। जब वह नशे में घुत हो गया, तब गमझा से गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद अपनी कार से देर रात स्वांग हजारीमोड़ के निकट रेलवे पटरी पर फेंक दिया। उसी समय पुलिस पेट्रोलिंग की गाडी उधर से गुजर रही थी, उसे देखकर वे जल्दीबाजी में उसे
छोड़कर भाग गए। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में कही से भी यह हादसा का मामला नहीं लग रहा था। अलबत्ता हत्या के कारण की पड़ताल मृतक के घर से ही शुरू की। उसके घर कौन-कौन व्यक्ति का आना जाना था। मृतक के मोबाईल से लेकर मृतक की पत्नी के मोबाइल सहित घटना स्थल के इर्द-गिर्द मोबाइल का लोकेशन की जांच की। कड़ी दर कड़ी मिलाने के बाद मामला साफ हो गया। हत्या की पूरी कहानी सहित हत्या के आरोपी भी पुलिस के गिरफ्त में आ गए। गिरफ्तार आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। छापामारी में दल में पुअनि धारमाल मांझी, प्रवीण होरो, पुनित उरांव, महावीर पंडित, रतन कुमार, सिकेश कुमार यादव, हवलदार सुकरा उरांव, मंगु उरांव आरक्षी सदानंद कुमार भारती एवं मृत्युजंय रजवार शामिल थे।