रांची। भारत सरकार के युवा मामले एवं खेल विभाग और यूनीसेफ के संयुक्त तत्वावधान में ‘युवा (YUVAAH)’ अभियान की शुरुआत की गई है। इसके अंतर्गत पूरे देश के सभी युवा संगठनों के माध्यम से लगभग 5 करोड़ युवाओं को ‘युवा-योद्धा (YOUNG WARRIOR)’ के रूप में शामिल करने की योजना बनी है।
इसी निर्णय के आलोक में राष्ट्रीय सेवा योजना और यूनीसेफ की झारखंड इकाई के संयुक्त तत्वावधान में 21 मई, 2021 को जूम लिंक के माध्यम से ऑनलाइन ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित की गई। इसकी अध्यक्षता एनएसएस के क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे (पटना) ने की। इसमें राज्य के सभी विश्वविद्यालयों के एनएसएस के कार्यक्रम समन्वयक, 24 जिलों के नोडल पदाधिकारी, प्रत्येक विश्वविद्यालय से 05- 05 कार्यक्रम पदाधिकारी एवं स्वयंसेवकों यानी 198 लोगों ने भाग लिया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एनएसएस के युवा कार्यक्रम सलाहकार कमल कुमार कर (नई दिल्ली) ने कहा कि इस अभियान के अंतर्गत राष्ट्रीय, राज्य, विश्वविद्यालय एवं जिला स्तरीय ओरिएंटेशन कार्यक्रम आयोजित किये जाएंगे। इसके माध्यम से अधिक से अधिक युवाओं को युवा योद्धा के रूप में जोड़ा जाएगा। पूरे देश में एनएसएस के 40 लाख स्वयंसेवक इस अभियान में लगेंगे। प्रत्येक स्वयंसेवक 5 युवाओं को इस अभियान से जोड़ेंगे।
मुख्य वक्ता यूनीसेफ की संचार पदाधिकारी सह अभियान की प्रमुख आस्था अलंग ने कहा कि झारखंड के अलग-अलग क्षेत्रों के युवाओं को भी इस अभियान से जोड़ना है। इससे जुड़ने वाले सभी युवा योद्धा के माध्यम से कोविड-19 महामारी के विरुद्ध व्यापक जनजागरण अभियान प्रारंभ किया जाएगा।
अध्यक्षीय संबोधन में क्षेत्रीय निदेशक पीयूष परांजपे ने कहा कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य कोविड महामारी में युवाओं के माध्यम से ‘जहां कम वहां हम एवं जहां हम वहां दम’ के सिद्धांत पर कार्य करने के लिए प्रेरित करना है।
राज्य एनएसएस पदाधिकारी डॉ ब्रजेश कुमार ने बताया कि इस महाअभियान में झारखंड में 5 लाख युवाओं को युवा योद्धा के रूप में जोड़ा जाएगा। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय एवं जिला स्तर पर विशेष अभियान चलाया जाएगा।
कार्यक्रम में डॉ जौनी रूफिना तिर्की, डॉ कमल कुमार बोस, डॉ कंचन कुमारी, डॉ भोलानाथ सिंह, डॉ रणजीत कुमार सिंह, डॉ दिलीप कुमार राम, डॉ कुमारी भारती सिंह, डॉ सत्यनारायण उरांव, डॉ खेमलाल महतो, डॉ प्रियंका सिंह, दिवाकर आनंद, फलक फातिमा, सुरेंद्र सॉ आदि ने इस अभियान की सफलता के लिए कई सुझाव दिए।
ओरिएंटेशन कार्यक्रम का संचालन डॉ ब्रजेश कुमार ने किया। धन्यवाद कोल्हान विश्वविद्यालय के कार्यक्रम समन्वयक डॉ दारा सिंह गुप्ता ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ सुषमा एक्का, डॉ हेमंत कुमार, अनुभव चक्रवर्ती, राहुल, विकास, दीपा, शिवानी, नेहा, शुभम आदि का योगदान रहा।