आनंद कुमार सोनी
लोहरदगा। सदर अस्पताल में इलाज के दौरान एक कोरोना मरीज की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने जमकर बवाल काटा। अस्पताल के ऑक्सीजन सिलेंडर को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ स्वास्थ्य कर्मियों से भी हाथापाई की।
जानकारी के मुताबिक मरीज को सांस लेने एवं बोलने में कठिनाई हो रही थी। इसके बाद परिजनों ने उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। स्थिति को देखते हुए डॉक्टरों ने उन्हें ऑक्सीजन पर रखा। इसके साथ इलाज चल रहा था। इस दौरान उनकी मौत हो गई।
मौत के बाद परिजनों का गुस्सा फूट गया। परिजनों का आरोप है कि अस्पताल में मरीज को त्वरित चिकित्सा नहीं मिलने के कारण उसकी जान चली गई। उन्होंने अस्पताल में लगे ऑक्सीजन सिलेंडर को नुकसान पहुंचाया। इसके साथ-साथ स्वास्थ्यकर्मियों के साथ अभद्र व्यवहार और गाली गलौज किया। कर्मी और परिजनों के बीच हाथापाई तक हो गई।
घटना की जानकारी मिलने पर उपायुक्त दिलीप कुमार टोप्पो, पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा, एसडीपीओ जितेंद्र कुमार, अनुमंडल पदाधिकारी अरविंद कुमार लाल, लोहरदगा थाना प्रभारी मंटू कुमार मौके पर पहुंचे। मामले की जानकारी ली।
उपायुक्त ने कहा कि सदर अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा पूरी कोशिश की गई। प्राथमिक उपचार किया गया, परंतु जान नहीं बच पाई। इसके बाद परिजनों द्वारा हंगामा एवं तोड़फोड़ किया गया, जो दुर्भाग्यपूर्ण है। दोषियों पर कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि स्वाभाविक है कि ऐसी घटनाओं के बाद लोग तनावपूर्ण होते हैं। हालांकि परिजनों को भी यह समझना होगा कि डॉक्टर पूरा प्रयास करते हैं। उन्हें सहयोग करते हैं।
मामले पर पुलिस अधीक्षक प्रियंका मीणा ने कहा कि दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि स्वाभाविक है ऐसे समय पर लोग अपना आपा खो बैठते हैं। हालांकि ऑक्सीजन सिलेंडर को नुकसान पहुंचाना कतई उचित नहीं है। एसपी ने कहा कि अब इमरजेंसी वार्ड में मरीज के परिजनों की इंट्री नहीं होगी। उन्हें बाहर ही रोक दिया जाएगा। अस्पताल की सुरक्षा कड़ी की जाएगी। लोगों से अपील की कि जान बचाने वाले उपकरण और सामानों को छतिग्रस्त नहीं करें। किसी दूसरे गंभीर मरीज की जान बचाने के काम यह चीजें आ सकती हैं।