कर्मियों की रोटेशनल आधार पर उपस्थिति के बारे में कार्ययोजना होगी तैयार
रांची। झारखंड की राजधानी रांची के कांके स्थित बिरसा कृषि विश्वविद्यालय में कोरोना के मामले सामने आने के कारण मास्टर डिग्री और पीएचडी पाठ्यक्रमों में प्रवेश के लिए आगामी 7, 9 और 12 अप्रैल को निर्धारित काउंसलिंग स्थगित कर दी गई है। सोमवार को अपराह्न दामोदर अतिथिगृह में कुलपति डॉ ओंकार नाथ सिंह की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के वरिष्ठ पदाधिकारियों की हुई बैठक में यह निर्णय किया गया।
पीजी एडमिशन काउंसलिंग की नई तिथि प्रस्तावित करने और ऑनलाइन, ऑफलाइन एडमिशन के लिए आवश्यक तैयारियां पूरी करने के लिए कुलसचिव डॉ नरेंद्र कुदादा, अधिष्ठाता स्नातकोत्तर संकाय डॉ मधुरेंद्र कुमार गुप्त, कुलसचिव डॉ रमेश कुमार एवं डॉ शैलेश चट्टोपाध्याय की चार सदस्यीय समिति बनाई गई है। कमेटी 12 अप्रैल तक अपनी रिपोर्ट अग्रेतर कार्रवाई के लिए कुलपति को समर्पित करेगी।
बैठक में निर्णय किया गया कि प्रत्येक शनिवार को दूसरी बेला में विश्वविद्यालय के सभी इकाइयों में सेनिटाइजेशन किया जाएगा। इस कार्य की जिम्मेदारी निदेशक कार्य एवं संयंत्र को सौंपी गई।
निर्णय किया गया कि सभी अधिष्ठाता एवं निदेशक अपने मातहत कार्यरत वैज्ञानिकों और कर्मियों की रोटेशनल आधार पर उपस्थिति के बारे में कार्ययोजना तैयार करेंगे, ताकि भीड़ और संभावित कोरोना संक्रमण से बचा जा सके।
विश्वविद्यालय कर्मियों और छात्रावास में सीमित संख्या में रह रहे विद्यार्थियों को सलाह दी गई कि राज्य सरकार के कोविड-19 दिशानिर्देशों के अनुरूप मास्क, सेनिटाइजर और सामाजिक दूरी का सतत पालन करें। अनावश्यक यात्रा और भीड़ से बचें।
गोड्डा स्थित बीएयू के कृषि महाविद्यालय के लिए जिला प्रशासन/ कृषि विभाग द्वारा प्रस्तावित अतिरिक्त भूमि की उपयुक्तता का आकलन करने के लिए अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ एमएस यादव और कुलसचिव डॉ नरेंद्र कुदादा की एक समिति बनाई गई। वह आवश्यकतानुसार समिति में अन्य वैज्ञानिक या पदाधिकारी को भी सदस्य के रूप में रख सकते हैं।