जिंदगी पर भारी पड़ी महामारी, शवों की लगी कतार, लकड़ी के अभाव में नहीं हो पा रहा अंतिम संस्कार

झारखंड
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रांची। सूबे में कोरोना का कहर किस कदर लोगों की जिंदगियां लील रहा है, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि रांची में कोरोना से हो रही मौत के बाद शवों को जलाने के लिए लकड़ियां कम पड़ रही हैं। कोरोना की भयावहता और यहां के सूरत-ए-हाल को इन तस्वीरों से बखूबी समझा जा सकता है। यहां बता दें कि यह हृदय विदारक दृश्य डोरंडा के घाघरा पुल के नीचे नदी के किनारे का है।

यहां कोरोना से हुई मौत के बाद आज सुबह से ही एंबुलेंस लाइन में लगी हैं। दोपहर 2 बजे तक 32 एंबुलेंस कतार में हैं, सभी में लाशें भरी हैं। वहीं, रांची नगर निगम का कहना है लकड़ी नहीं है। लकड़ी धीरे-धीरे लायी जा रही है, उसको सजाया जा रहा है, उसके बाद अंतिम संस्कार किया जा रहा है। रांची की विभिन्न जगहों से सूखे पेड़ को काटकर लाया जा रहा है। अभी भी 2 घंटे के बाद ही यहां अंतिम संस्कार शुरू हो पाएगा। इधर हरमू मुक्ति धाम की इलेक्ट्रिक मशीनें अभी भी खराब हैं। इस वजह से भी स्थिति भयावह हो गयी है।