खुलेआम प्रशासन को चुनौती दे रहे हैं डीजे संचालक

झारखंड
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  • कोरोना के साथ डीजे के कानफाड़ू संगीत के शोर से भी बीमार पड़ रहे लोग

योगेश कुमार पांडेय

गिरिडीह। जिले के जमुआ प्रखंड में डीजे संचालक प्रशासन को खुलेआम चुनौती दे रहे हैं। प्रशासनिक पाबंदी को ठेंगा दिखाते हुए शादी समारोह में ऊंची आवाज में कानफाड़ू संगीत बजा रहे हैं। इसकी वजह से लोग कोरोना के साथ-साथ डीजे के कानफाड़ू संगीत के शोर से भी बीमार पड़ रहे हैं।

प्रखंड के विभिन्‍न क्षेत्रों में जिस जगह शादियां हो रही है, वहां डीजे सोशल डिस्टेंसिंग और सामाजिक वर्जनाओं की धज्जियां उड़ रही है। डीजे में अमूमन अश्लील गीत बजाए जा रहे हैं, जिसे सुनकर लोग शर्मसार हो रहे हैं। शादी समारोह में युवा डीजे की धुन पर इकठ्ठे होकर खूब नाच रहे हैं। समारोह में जुटे हर वर्ग और उम्र के लोग डीजे पर बजने वाले अश्लील और द्विअर्थी गीत पर सामाजिक वर्जनाओं को तार-तार कर रहे हैं।

कोविड-19 के दिशा-निर्देश के तहत बगैर डीजे और बिना शोरगुल के सादगी से शादियां करनी है। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों में लोग शादी समारोहों में इन पाबंदियों को नहीं मान रहे हैं। बेखौफ होकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ा रहे हैं। तय नियम 50 व्‍यक्तियों की जगह दो से पांच सौ लोग जुट रहे हैं।

जानकारों का कहना है कि शादी समारोह में लोग दिशा-निर्देश का उल्‍लंघन कर रहे हैं। डीजे की वजह से सोशल डिस्टेंसिंग की जिस कदर अनदेखी हो रही है, यह बहुत ही घातक हो सकता है। यह तय मानक के विरुद्ध भी है। ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, नहीं तो गांवों के हालात बेकाबू होने से कोई रोक नहीं सकता है।