- एनसीएल, एसईसीएल और एमसीएल बीते साल से आगे
- ईसीएल, बीसीसीएल, सीसीएल, डब्ल्यूसीएल रही पीछे
रांची । कोयला उत्पादन में कोल इंडिया पिछले साल से भी पीछे रही। वित्तीय वर्ष 2020-2021 के परिणाम इस बात के गवाह हैं। कोल इंडिया के जारी प्रोविजन रिपोर्ट के अनुसार एनसीएल, एसईसीएल और एमसीएल ने पिछले साल की तुलना में बढ़ोतरी दर्ज की है। बीसीसीएल, सीसीएल, ईसीएल, डब्ल्यूसीएल पीछे है। एनसीएल ने पिछले साल की तुलना में उत्पादन में 6.5 फीसदी और एमसीएल ने 5.5 प्रतिशत की वृद्धि की है।
सबसे फिसड्डी डब्ल्यूसीएल
नागपुर स्थित डब्ल्यूसीएल कोयला उत्पादन के मामले में सबसे फिसड्डी रही। पिछले साल की तुलना में कंपनी ने 12.8 प्रतिशत कम कोयला उत्पादन किया। इसके बाद बीसीसीएल ने 11.1, ईसीएल ने 10.7, सीसीएल ने 6.47 फीसदी कम कोयले का उत्पादन किया।
लगभग 6 एमटी की कमी
वित्त वर्ष के दौरान कोल इंडिया की विभिन्न कंपनियों ने कोयला उत्पादन में करीब 4 मिलियन टन कम उत्पादन किया है। पिछले साल कोल इंडिया ने 602.1 मिलियन टन कोयला उत्पादन किया था। इसके विरुद्ध कंपनी वर्ष 0-21 में 596.2 मिलियन टन कोयले का उत्पादन ही कर सकी।
मार्च में 3.8 फीसदी कमी
मार्च 21 में कोल इंडिया की कंपनियां के उत्पादन में 3.8 फीसदी की कमी दर्ज की गई। कंपनी ने इस महीने 81.2 मिलियन टन कोयले का उत्पादन किया। पिछले साल इस महीने 84.4 मिलियन टन कोयले का उत्पादन की थी। इस महीने ईसीएल, बीसीसीएल, सीसीएल, डब्ल्यूसीएल और एमसीएल कोयला उत्पादन में पीछे रही। सर्वाधिक वृद्धि 14.8 फीसदी एसईसीएल दे दर्ज की।
अप्रैल, 20 से मार्च, 21 तक कंपनीवार कोयला उत्पादन (एमटी में)
कंपनी | 2020-2021 | 1919-2020 |
इसीएल | 42.0 | 49.3 |
बीसीसीएल | 23.2 | 28.8 |
सीसीएल | 65.3 | 67.3 |
एनसीएल | 108.7 | 107.4 |
डब्ल्यूसीएल | 49.7 | 52.6 |
एसइसीएल | 138.8 | 141.9 |
एमसीएल | 146.0 | 133.5 |