इन उपायों को अपनाकर बच सकते हैं जानलेवा वज्रपात से

झारखंड
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आनंद कुमार सोनी

लोहरदगा। झारखंड के विभिन्‍न जिलों में इन दिनों वज्रपात का कहर देखने को मिल रहा है। इससे जानमाल का नुकसान होता है। मौसम केंद्र ने आने वाले दिनों में राज्‍य के कई जिलों में वज्रपात होने के संकेत दिये हैं। इन उपायों को अपनाकर जानलेवा वज्रपात से बचा सकता है। वज्रपात से प्रभावित व्यक्ति की सूचना अपने अंचल अधिकारी, जिले के जिला आपदा प्रबंधन पदाधिकारी अथवा अपर समाहर्ता को तत्काल दें।

जब घर के भीतर हों

1. बिजली से चलने वाले यंत्रों को यथाशीघ्र बंद कर दें।

2. खिड़कियों, दरवाजे, बरामदे एवं छत से दूर रहें।

3. धातु से बने यंत्रों से दूर रहें।

4. कपड़े सुखाने के लिए तार का प्रयोग नहीं कर जूट की रस्सी का प्रयोग करें।

5. ऐसी वस्तुएं, जो बिजली की सुचालक हैं उनसे दूर रहें।

6. यदि घर में हो तो पानी का नल, टेलीफोन, फ्रिज, टीवी आदि को नहीं छुएं। उससे दूर रहें।

जब घर के बाहर हों

1. बारिश एवं वज्रपात के दौरान कभी भी अकेले पेड़ के नीचे नहीं खड़ा हो।

2. यदि दो पहिया वाहन, साईकिल, ट्रक, नौका आदि पर सवार हों तो तुरंत उतरकर सुरक्षित स्थान पर चले जायें।

3. वज्रपात के दौरान वाहनों की सवारी नहीं करें।

4. धातु की डंडी वाले छाता का उपयोग नहीं करें।

5. टेलीफोन व बिजली के पोल, टेलीविजन टावर और टेलीफोन टावर से दूर रहें।

6. बिजली की चमक देखकर और गड़गड़ाहट की आवाज सुनकर ऊंचे एवं एकल पेड़ों के नीचे नहीं जायें ।

7. तालाब और जलाशयों से दूर रहें।

8. तैराकी कर रहे लोग मछुआरे आदि पानी से बाहर निकल जायें।

जब जंगल में हो

1. यदि आप जंगल में हो तो बौने एवं घने पेड़ों की शरण में चले जायें।

जब खेत खलिहान में काम कर रहे हो

1. गीले खेतों में कार्य कर रहे किसान तुरंत सूखे एवं सुरक्षित स्थान पर चले जायें।

2. वृक्षों, दलदल वाले स्थलों और जलस्त्रोतों से यथासंभव दूर रहें, परंतु खुले आकाश में रहने से अच्छा है कि छोटे पेड़ के नीचे रहे।

3. धातु से बने कृषि यंत्र, डंडा आदि से अपने को दूर कर लें।

4. खुले आकाश में रहने को बाध्य हो तो नीचे के स्थलों को चुनें।

5. खुले आकाश में रहने को बाध्य हो अथवा कोई सुरक्षित स्थान नहीं हो तो दोनों पैरो को आपस में सटा लें। दोनों हाथों को घुटने पर रखकर अपने सिर को जमीन की तरफ यथा संभव झुका लें और सिर को जमीन से नहीं छुआएं।

6. एक साथ कई आदमी इकट्ठा नहीं हो।

7. दो लोगों की बीच की दूरी कम से कम 15 फीट हो।

8. अपने घरों और खेत खलिहान के आसपास कम ऊंचाई वाले एवं उन्नत किस्म के फलदार पौधे लगायें।

9. मजबूत छत वाला पक्का मकान सबसे सुरक्षित स्थल है।

10. यदि संभव हो तो अपने घरों में तड़ित चालक लगवायें।

वज्रपात का झटका लगने पर ये करें

1. वज्रपात से झटका लगने पर जरूरत के अनुसार व्यक्ति को CPR (कार्डियों पल्मोनरी रेस्पिरेशन) यानी कृत्रिम श्वांस देनी चाहिये। तत्काल प्राथमिक चिकित्सा करने की व्यवस्था करें।