बीमार पत्नी को लेकर रांची में भटकते रहे बरकट्ठा के समाजसेवी, नहीं मिली भर्ती, तोड़ दिया दम

झारखंड
Spread the love

रांची। कोरोना के बढ़ते प्रकोप में सारी स्वास्थ्य व्यवस्था लाचार और ध्वस्त दिखाई दे रही है। ऐसा ही एक और मामला प्रकाश में आया। हजारीबाग जिला स्थित बरकट्ठा के समाजसेवी बिनोद पासवान अपनी बीमार पत्नी गिरिजा देवी को लेकर राजधानी रांची में अस्पताल-दर-अस्पताल भटकते रहे। कहीं उन्हें भर्ती नहीं मिली और आखिरकार उनकी पत्नी ने गाड़ी में ही दम तोड़ दिया।

बरकट्ठा प्रखंड के मरमगड्डा निवासी समाजसेवी बिनोद पासवान बताते हैं कि बीमार पत्नी को बरकट्ठा से हजारीबाग और फिर रांची लेकर भटकते रहे। वह तीन चार दिनों से बुखार से पीड़ित थी। स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बरकट्ठा में डॉक्टर ने बिना इलाज किए रेफर का पुर्जा पकड़ा दिया। इस सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर प्रखंड की करीब दो लाख की आबादी निर्भर है।

बहरहाल, महिला को वहां से सदर अस्पताल हजारीबाग के लिए रेफर किया गया। वहां कोविड जांच निगेटिव आने के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए रिम्स रेफर किया गया। किसी तरह गाड़ी में लेकर रिम्स पहुंचे, लेकिन वहां भर्ती नहीं लिया गया। उसके बाद कई अस्पतालों के चक्कर काटे पर कहीं भर्ती नहीं लिया गया।

सूचना पर ग्राम प्रधान बसंत साव मरमगड्डा पहुंच कर शोकाकुल परिजनों को सांत्वना दी। साथ ही कहा कि बरकट्ठा सामुदायिक अस्पताल मात्र कहने का अस्पताल है। यहां मरीजों के लिए कोई सुविधा नहीं है।