अच्छी खबरः रिम्स में लगाये गये 100 आईआरबी-9 के जवान, लोगों की जान बचाने में बंटा रहे हाथ

झारखंड मुख्य समाचार
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रांची। कोरोना काल में एक अच्छी खबर है। रांची के रिम्स में कोरोना संक्रमित मरीजों की भीड़ और आपाधापी के बीच पुलिस जवानों ने मोर्चा संभाल लिया है। अब आईआरबी-9 के जवान लोगों की जान बचाने में हाथ बंटा रहे हैं। मरीजों को तत्काल ऑक्सीजन देना, भर्ती कराना, दवाइयां देना जैसे प्रारंभिक इलाज में जवान डॉक्टर और नर्स का सहयोग कर रहे हैं। इसके लिए आईआरबी 9 के 100 जवानों की रिम्स में प्रतिनियुक्ति की गई है। इनकी खूब प्रशंसा हो रही है। होनी भी चाहिए।

डॉक्टर, नर्स और पारा मेडिकल कर्मियों की कमी को देखते हुए रिम्स प्रबंधन ने आईआरबी 9 के जवानों को प्रारंभिक इलाज में सहयोग के लिए प्रशिक्षित किया है, ताकि रिम्स में आने वाले कोरोना संक्रमित मरीजों की प्रारंभिक उपचार की व्यवस्था की जा सके। रिम्स के एडिशनल डायरेक्टर और स्वास्थ विभाग के संयुक्त सचिव वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने कहा कि आईआरबी के जवानों को ऑक्सीजन सिलेंडर को ऑपरेट करने की जानकारी दी गई है। उन्होंने कहा कि कई बार मरीज रिम्स आते हैं और अस्पताल के बाहर में उन्हें ऑक्सीजन देने वाला कोई नहीं होता है। ऐसे में इन जवानों का सहयोग लिया जा रहा है।

ऐसी परिस्थिति में ये सभी जवान मरीजों को राहत पहुंचाते हुए जान बचाने के लिए अपना काम कर रहे हैं। जवानों को रिम्स ट्रॉमा सेंटर, इमरजेंसी और वार्ड में तैनात रखा गया है। झारखंड पुलिस द्वारा जो सहयोग इस आपदा की घड़ी में दिया जा रहा है यह काफी सराहनीय है। जिन जवानों के हाथों में एक के 47 जैसी बड़ी-बड़ी राइफलें होती हैं, उन जवानों के हाथों में अब ऑक्सीजन सिलेंडर और मेडिकल किट नजर आ रहे हैं। रिम्स में ये जवान मरीजों की इलाज में मदद करते नजर आ रहे हैं। आईआरबी 9 के हेड कांस्टेबल अजय सिंह ने कहा कि जो मरीज यहां आते हैं, उनकी मदद करना ही हमारा एकमात्र मकसद है। हमारा यही प्रयास है कि हम मरीजों की हर संभव सहायता करें।

वहीं महिला कॉन्स्टेबल अंजली बड़ाईक ने कहा कि आज हमें काफी गर्व हो रहा है कि लोगों की जीवन सुरक्षा करने का एक अवसर मिला है। इस विषम परिस्थिति में हम मरीजों को ऑक्सीजन पहुंचाने के साथ ही उनके जान बचाने का हर संभव प्रयास कर रहे हैं।