झारखंड में खुदाई में म‍िली हजारों वर्ष पुरानी मूर्तियां चोरी

झारखंड मुख्य समाचार
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सुनील कमल

हजारीबाग। झारखंड के हजारीबाग जिले के बहोरनपुर में पुरातत्व विभाग के उत्खनन के दौरान मिली मूर्ति की चोरी हो गई है। बताया जा रहा है कि यह मूर्तियां अनमोल हैं। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इनकी कीमत करोड़ों में बताई जा रही है। यह मूर्तियां लगभग 1000 से 1200 वर्ष पुरानी हैं।

भारतीय पुरातत्व विभाग पटना की टीम के देखरेख में चल रहे अन्वेषण और खुदाई में पिछले महीने ही दोनों मूर्तियां मिली थी। विधानसभा में एक सवाल के जवाब में राज्य सरकार ने कहा था कि इन बहुमूल्य पुरातात्विक धरोहर को संरक्षित किया जाएगा। इसे बिहार नहीं जाने दिया जाएगा।

जानकारी हो कि हजारीबाग जिले के संत कोलंबस कॉलेज से नौ किलोमीटर की दूरी पर बहोरनपुर स्थित है। खुदाई में यहां पर बौद्ध विहार के कई अवशेष मिले हैं। कुछ अंतराल के बाद खुदाई के कार्य बंद हो गए थे। पुनः खुदाई फरवरी, 2021 से शुरू की गई है। इस बार की खुदाई में और भी अदभुत अवशेष प्राप्त हो रहे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण संस्थान के सहायक पुरातत्वविद डॉ वि‍रेंद्र कुमार, निदेशक डॉ राजेंद्र देहुरी, सहायक निदेशक नीरज मिश्रा, सहायक पुरातत्वविद दिनेश यादव के नेतृत्वा में खुदाई का काम चल रहा है।

खुदाई में बुद्ध एवं मां तारा की मिली मूर्तियां वाइट फाइन साएंड स्टोन से बनी है। यहां पर गौतम बुद्ध की आठ मुद्राओं में मूर्तियां प्राप्त हुई है। मसलन उनके गृह त्याग, ज्ञान, उपदेश, महापरिनिर्वाण एवं जातक कथाओं के वर्णित चार मुद्राओं बंदर को मधु खिलाते हुए, हाथी को वश में करते हुए, आकाश से पृथ्वी में अवतरित होते हुए साल के पेड़ की आकृति के रूप में सभी मुद्राओं में अवशेष प्राप्त हुए हैं। ये सभी अवशेष पालकालीन 9वीं से 12वीं सदी के मध्य की प्रतीत होती हैं।