झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के निदेशक जारी किया आदेश
रांची। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर स्कूलों में कई गतिविधि आयोजित की जानी है। कार्यक्रम के आयोजन के बाद उसे गूगल फार्म के माध्यम से भेजना भी है। इसे लेकर झारखंड शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद् के निदेशक डॉ शैलेश चौरसिया ने निर्देश जारी किया है। राज्य के सभी जिला शिक्षा पदाधिकारी सह जिला कार्यक्रम पदाधिकारी और सभी जिला शिक्षा अधीक्षक सह अपर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी को पत्र लिखा है।
डॉ चौरसिया ने लिखा है कि महिलाओं की सामाजिक, आर्थिक, सांस्कृतिक और राजनैतिक उपलब्धियों को रेखांकित करने एवं उनके महत्व को दर्शाने के लिए प्रति वर्ष 8 मार्च को पूरे विश्व में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। यह दिवस हमें नारी-मुक्ति और लैंगिक समानता की राह में आनेवाली विभिन्न बाधाओं पर चिंतन-मनन करने का एक अवसर भी प्रदान करता है।
बालिका एवं महिलाओं के सशक्तिकरण को शिक्षा के माध्यम से गति देने के लिए भारत सरकार के स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग द्वारा उक्त दिवस पर राज्य के सरकारी एवं सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालयों में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर निम्नलिखित गतिविधियों के आयोजन का सुझाव दिया गया है।
निम्नलिखित गतिविधियों के आयोजन का सुझाव
इस दिवस पर विद्यालयों में विभिन्न विषयों के अंतर्गत उपलब्धि प्राप्त महिलाओं के बारे में पढ़ाया अथवा चर्चा की जा सकती है। इस दिन सामाजिक विज्ञान विषय में भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन (1857 ई से 1947 ई) के महिला स्वतंत्रता सेनानियों अथवा संविधान-सभा की 15 महिला सदस्यों के बारे में बताया जा सकता है। विज्ञान में महिला वैज्ञानिकों और उनके द्वारा की गई खोजों अथवा उनके योगदान एवं इसी प्रकार भाषा में महिला लेखिकाओं और कवयित्रियों के बारे में विद्यार्थियों को बताया जा सकता है।
प्रातःकालीन विशेष प्रार्थना सभा का आयोजन (ऑफलाइन अथवा ऑनलाइन) में विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं की उपलब्धियों पर चर्चा, रोल-प्ले, आज के दिन का विचार, महिला सशक्तिकरण पर समूह-गान, उन सभी छात्राओं को पुरस्कार/ प्रशस्ति-पत्र प्रदान करना जिन्होंने पढ़ाई, खेल, नृत्य, संगीत, कला, सामाजिक सेवा तथा अन्य क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन किया है।
सशस्त्र बल, पुलिस, विमान पायलट, लोकोमोटिव पायलट, विमान इंजीनियर, भवन तथा अन्य निर्माण कार्य, वैज्ञानिक इत्यादि पेशे से जुड़ी महिलाओं की वार्ता का आयोजन करना तथा छात्राओं को उनसे बातचीत करने की सुविधा प्रदान करना।
महिला कर्मचारियों और संकाय सदस्यों (शिक्षिकाओं) का सम्मान करना।
विद्यालय जिस जिले में स्थित है, उसकी प्रमुख/प्रेरक महिलाओं पर निबंध लेखन।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर शिक्षा के माध्यम से लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण पर स्वयंप्रभा जैसे शैक्षिक चैनलों पर विशेष प्रसारण।
सभी सरकारी वेबसाइटों पर अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर बैनर लगाना।निदेशक ने लिखा है कि विद्यालयों को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर अंकित गतिविधियों का आयोजन करने के लिए निर्देशित किया जाए, ताकि शिक्षा मंत्रालय, भारत सरकार के प्रासंगिक उद्देश्यों की प्राप्ति हो सके। साथ ही, विद्यालयों में आयोजित उक्त गतिविधियों से संबंधित फोटोग्राफ गूगल फार्म (https/tinyuri.com/IWSCHOOL) के माध्यम से प्रेषित करने के लिए निर्देशित करें।