विद्यार्थियों में बढ़ी है इतिहास जानने की ललक : डॉ अशोक मंडल

झारखंड शिक्षा
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सुनील कमल

हजारीबाग। कॉलेज एवं विश्वविद्यालय ऑफलाइन पढ़ाई की शर्त के अनुसार 11 माह बाद खुल गये। विद्यार्थियों की भारी संख्‍या उपस्थिति इनके अध्ययन के प्रति गंभीरता दिखाती है। अभी दो पालियों में विद्यार्थियों की कक्षा ली जा रही है। विनोबा भावे विश्‍वविद्यालय के स्नातकोत्तर इतिहास विभाग में नवम पत्र विद्यार्थियों के लिए चुनिंदा विषय होता है। इसे विज्ञान, कला, वाणिज्य, भाषा एवं साहित्य के विद्यार्थी अपना पत्र चुन सकते हैं।

विभागाध्यक्ष डॉ अशोक कुमार मंडल विद्यार्थियों की बढ़ती संख्‍या से उत्‍साहित हैं। वे कहते हैं कि प्रत्येक वर्ष ऐसी ही स्थिति होती है। अब इतिहास के प्रति विद्यार्थियों का रुझान काफी बढ़ा है। नवम पत्र में गांधी दर्शन की पढ़ाई होती है। महात्मा गांधी के पूरे दर्शन पर आधारित यह पत्र होता है। अभी के छात्र गांधी को पढ़ना और समझना चाहते हैं। ऐसे छात्रों में सभी विषयों के लोग शामिल हैं। विद्यार्थी कला के हो, विज्ञान या वाणिज्य के, सबों की ललक इतिहास के साथ साथ महात्मा गांधी के समूचे दर्शन को जानने की है।

स्नातकोत्तर इतिहास विभाग विद्यार्थियों के अध्ययन के लिए बहुत ही लाभदायक है। यहां के शिक्षक विद्यार्थियों के साथ मिलकर उनकी एक-एक समस्या पर ध्यान देते हैं। उनके साथ मिलकर समसामयिक विषयों पर काफी महत्वपूर्ण चर्चा करते हैं। शोधरत विद्यार्थियों को मदद करते हुए उनकी थीसिस को पूरा कराना अपनी जिम्मेवारी समझते हैं। विभाग के पुस्तकाध्यक्ष भी अध्ययनरत विद्यार्थी और शोधरत विद्यार्थियों को हर तरह से मदद करते हैं।

हजारीबाग के बहोरनपुर में ऐतिहासिक खुदाई में भी यहां के विद्यार्थी और शिक्षक पूरे तन्मयता से शिरकत कर रहे हैं। यहां पर गौतम बुद्धकालीन महत्वपूर्ण अवशेष प्राप्त हो रहे हैं। पालकालीन समय के अवशेष मिलना यहां की दबी संस्कृति को उकेरती है।