जमशेदपुर। टाटा स्टील के जमशेदपुर स्टील प्लांट को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के एडवांस्ड फोर्थ इंडस्ट्रियल रिवॉल्यूशन (4आईआर) लाइटहाउस के रूप में सम्मानित किया है। इस नए मील के पत्थर के साथ टाटा स्टील ‘ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क’ में तीन मैन्युफैक्चरिंग साइट वाले कतिपय उद्यमों में से एक बन गई है। कलिंगानगर प्लांट (भारत) और ईमूदिन (नीदरलैंड) इसके अन्य दो साइट हैं, जो इस प्रतिष्ठित नेटवर्क में पहले ही शामिल किए जा चुके हैं।
वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के ‘शेपिंग द फ्यूचर ऑफ एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग ऐंड प्रोडक्शन’ ने ग्लोबल लाइटहाउस नेटवर्क की स्थापना की है। यह चौथी औद्योगिक क्रांति प्रौद्योगिकियों को अपनाने वाली विनिर्माण इकाइयों और उन लोगों के बीच अंतर को पाटने के लिए है, जिन्होंने अभी तक इसे नहीं अपनाया है। जिन कंपनियों को लाइटहाउस नेटवर्क के तहत चुना गया है। वे कारखानों, मूल्य श्रृंखला और व्यापार मॉडल को बदलने के लिए प्रौद्योगिकी के उपयोग की दिशा में आगे बढ़ने में सक्षम हैं।
टाटा स्टील के सीईओ और एमडी टीवी नरेंद्रन ने कहा कि टाटा स्टील में हम सभी के लिए यह एक गर्व का क्षण है, क्योंकि जमशेदपुर प्लांट वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के प्रतिष्ठित लाइटहाउस नेटवर्क में शामिल हो गया है। 2018 में हमारे ईमूदिन प्लांट और 2019 में हमारे कलिंगानगर प्लांट को यह सम्मान मिला था। इस वर्ष जमशेदपुर के लिए इस उपलब्धि को हासिल कर हमें अत्यंत प्रसन्नता हो रही है। अत्याधुनिक उपकरण, उपयोगिताओं में निवेश और कई डिजिटल हस्तक्षेपों के साथ ऑटोमेशन को अपनाने से तीनों मैन्युफैक्चरिंग साइटों की उत्पादकता में सुधार हुआ है। कोविड-19 महामारी ने डिजिटल मैन्युफैक्चरिंग की ओर बढ़ने के हमारे संकल्प को और तेज कर दिया है।
1907 में स्थापित एशिया के पहले एकीकृत स्टील प्लांट से लेकर 2021 में इस सम्मान को प्राप्त करने तक टाटा स्टील जमशेदपुर की यात्रा, कंपनी की निरंतर सुधार की संस्कृति, बदलाव को अपनाने व तकनीकी प्रगति के साथ लगातार तालमेल बनाए रखने की तत्परता और कर्मचारी के क्षमता निर्माण पर ध्यान केंद्रित करने की क्षमता का गवाह है।
लाइटहाउस नेटवर्क के प्रमुख तत्वों में से एक इसका समाधान खोजने और उन्नत करने की इसकी प्रतिबद्धता है, जिसे कंपनियों और उद्योगों में लागत प्रभावी तरीकों से बढ़ाया जा सकता है। कोविड-19 महामारी के दौरान, परिचालन क्षेत्रों में कोविड के अनुसार उचित व्यवहार और कार्य के नये तरीकों को अपनाते हुए लॉकडाउन के समय व्यापार की निरंतरता को सुनिश्चित करने के लिए कंपनी ने चौथी औद्योगिक क्रांति प्रौद्योगिकियों में अपने पिछले निवेशों का पूरा लाभ उठाया।
टाटा स्टील एक ‘बहुवर्षीय डिजिटल सक्षम व्यापार परिवर्तन यात्रा’ पर है, जिसका उद्देश्य डिजिटल प्रौद्योगिकियों को अपना कर 2025 तक डिजिटल स्टील निर्माण में लीडर बनना है। इस प्रक्रिया में, कंपनी एक संस्थान के रूप में अधिक चुस्त, व्यावहारिक और विवेकशील होने के लिए अपने कार्य अभ्यासों को विकसित करते हुए एबिटा में महत्वपूर्ण सुधार लाने तथा अपनी डिजिटल परिपक्वता एवं स्टेकहोल्डर अनुभव को बढ़ाने का इरादा रखती है।