मुंबई। महाराष्ट्र विधान परिषद में बुधवार को मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के बाहर पिछले दिनों संदिग्ध हालत में मिली स्कॉर्पियो कार के मालिक मनसुख हिरेन की मौत का मुद्दा उठाया। विपक्ष ने इस प्रकरण में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए पुलिस अधिकारी सचिन वझे पर तत्काल कार्रवाई की मांग की। इस पर गृहमंत्री अनिल देशमुख ने बताया कि सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे को क्राइम ब्रांच से तत्काल हटाया जाएगा।
मनसुख हिरेन मौत मामले की जांच आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) कर रहे हैं। जांच में जो भी दोषी पाया जाएगा, उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। गृहमंत्री देशमुख के बयान पर असंतोष जताते हुए नेता प्रतिपक्ष प्रवीण दरेकर ने कहा कि इस मुद्दे पर भाजपा का आंदोलन जारी रहेगा।
देशमुख ने बताया कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर के पास पिछले दिनों संदिग्ध हालत में खड़ी स्कॉर्पियो कार बरामद की गयी थी, जिसमें जिलेटिन की छड़ें पाई गई थीं। इस कार के मालिक मनसुख हिरेन का शव मुंब्रा के रेतीबंदर खाड़ी से बरामद किया गया। मामले की जांच एटीएस और एनआईए कर रहे हैं इसलिए जांच में सचिन वाझे का कोई रोल नहीं रह गया है, लेकिन विपक्ष की मांग को ध्यान में रखते हुए सचिन वाझे को क्राइम ब्रांच से हटाने का निर्णय लिया गया है।नगर विकास मंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि मनसुख हिरेन की मौत मामले में जांच से पहले ही किसी को दोषी ठहराया जाना उचित नहीं है। गृहमंत्री की घोषणा के बाद भी विपक्ष सचिन वाझे के निलंबन और गिरफ्तारी को लेकर आक्रामक है।
उल्लेखनीय है कि मंगलवार को विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने दावा किया था कि मनसुख हिरेन की मौत के मामले में सचिन वाझे के खिलाफ पर्याप्त सबूत हैं। वाझे को आईपीसी की धारा 201 के तहत गिरफ्तार किया जाना चाहिए। उन्होंने राज्य सरकार पर वाझे को बचाने का भी आरोप लगाया था।